हरिद्वार।
गंगा दशहरा पर तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने बताया कि गंगा दशहरा आज मनाया जाएगा। ज्येष्ठ माह की शुक्ल दशमी तिथि पर मां गंगा का अवतरण भूलोक पर हुआ था। राजा भगीरथ की तपस्या पर मां गंगा का अवतरण संसार के कल्याण के लिए हुआ। गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान से हर प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। दस प्रकार के पाप होते हैं कायिक,वाचिक और मानसिक। गंगा दशहरा पर गंगा में स्नान करने से ये सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। गंगा दशहरे के दिन स्नान व जल दान करने से पितृ प्रसन्न हो जाते हैं। इस वर्ष विशेष योग में गंगा दशहरा पर रविवार, हस्त नक्षत्र,उसके बाद चित्रा नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग,अमृत सिद्धि योग,रवि योग, वरियान योग कई वर्षों के बाद एक साथ पड़ रहे हैं। शनि कुंभ राशि पर विराजमान है जो शश्ययोग का निर्माण कर रहे हैं। गंगा दशहरे पर मां गंगा का विशेष सामर्थ्यानुसार पूजन करें। गंगा घाट पर जाएं तो अपने पितरों के निमित्त तर्पण अवश्य करें,संध्या के समय दीप दान करें।