बिहार से लापता 13 वर्षीय बालिका को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बरामद कर परिजनों को सौंपा
हरिद्वार। ग्राम धुरिया जिला औरंगाबाद बिहार के रहने वाले परिवार अंजुदेवी व उसके बीमार पति सीताराम भूमिया के जीवन में उनकी खोई खुशियों को वापिस लेकर आया जब दिनांक 30 अक्टूबर से लापता उनकी बालिका उम्र 13वर्ष को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट हरिद्वार द्वारा रेलवे स्टेशन रुड़की से सकुशल बरामद कर उनके सपुर्द किया गया। बालिका के परिजनों द्वारा बताया गया कि बालिका गांव के ही विद्यालय में आठवीं कक्षा की छात्रा है जो कि दिनांक 30/10/2025 की सुबह घर से गांव के बाजार गई थी। जो फिर वापिस नहीं आई उनके द्वारा गांव वालों के साथ मिलकर बालिका को हर संभव स्थान बस स्टेशन रेलवे स्टेशन पर तलाशा किया गया किन्तु कही से भी कोई सूचना नहीं मिली स्थानीय पुलिस को भी जानकारी दी गई किंतु वहां से भी निराशा ही हाथ लगी जैसे जैसे दिन बीत रहे थे उनकी चिंता और बढ़ते जा रही थी।
हरिद्वार पुलिस के प्रयासों से बालिका के मिलने पर अत्यधिक प्रयास कर उनके गांव में संपर्क किया गया और उनके परिजनों को बुलाया गया। परिजनों के आने पर उन्हें बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां आवश्यक काउंसलिंग, विधिक कार्यवाही उपरांत बालिका को खुला आश्रय गृह ज्वालापुर से मुक्त करवा कर उनके परिजनों के सपुर्द किया गया। परिजनों द्वारा AHTU हरिद्वार द्वारा की गई कार्यवाही एवं अत्यंत मानवीय सहयोगपूर्ण व्यवहार के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए खुशी खुशी अपने बिहार के लिए प्रस्थान किया। टीम में हेoकाo राकेस कुमार, काo दीपक चन्द, जयराज सिंह, गीता देवी शामिल रहे।
















































