गोविन्दपुरी में लोगों के विरोध के बाद समय देकर वापस लौटी प्रशासनिक टीम
हरिद्वार।
प्रशासन व नगर निगम की टीम द्वारा खन्ना नगर स्थित एक अतिक्रमण (कथित मजार) को ध्वस्थ कर दिया गया। वहीं गोविन्दपुरी में बताई जा रही मजार को स्थानीय लोगों द्वारा सिद्ध स्थल बताए जाने व विरोध करने पर समय निर्धारित कर दिया गया, ताकि इस स्थल का स्थानांतरण कर दिया जाए।
शनिवार को खन्ना नगर स्थित गली नंबर -4 में एक पुराना अतिक्रमण प्रशासन व नगर निगम की टीम द्वारा हटा दिया गया। एसडीएम ने बताया कि जिस स्थान से अतिक्रमण हटाया गया है यहां पर नगर निगम का कैम्प कार्यालय बनाया जायेगा। शनिवार दोपहर जब प्रशासन व नगर निगम की टीम पूरे अमले के साथ खन्ना नगर के द्वार पर रूकी तो आस पास के दुकानदार, रेहडी पटरी वालों के अलावा लोग सडक के आस पास बेतरतीब तरीके से खडे वाहनो को हटाने में जुट गये। लेकिन अधिकारियो के वाहन बाहर न रूककर सीधे गली में चले गये। जिसके बाद सभी की जिज्ञासा बढने लगी। स्थानीय लोग भी उनके पीछे चल दिये। जिन्हें आगे पुलिस द्वारा रोक दिया गया। भारी विरोध के बावजूद प्रशासनिक टीम के कदम नहीं रुके। वहीं प्रशासनिक टीम द्वारा अवध अतिक्रमण (कथित मजार) को ध्वस्त कर उक्त स्थल का समतली करण कर दिया गया। वहीं इससे पूर्व शनिवार सुबह प्रशासन व नगर निगम की टीम पूरेलाव लश्कर के साथ मध्य हरिद्वार स्थित पॉश कालोनी गोङ्क्षवदपुरी में बुल्डोजर व ट्रैक्टर ट्रालियों के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंची। मौके पर स्थानीय लोगों द्वारा टीम को रोक दिया गया। देखते ही देखते स्थानीय निवासियों की भीड$ बढ$ने लगी। जिसके चलते प्रशासन ने भी मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया। करीब दो घंटे की बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि ये एक सिद्धपीठ स्थान है, समाधि स्थल है। कालोनी में किसी को कोई आपत्ति नही है, न ही ये किसी मुख्य सड$क पर है। जिससे किसी को चलने में बाधा आती हो। यहां स्थानीय लोग इस सिद्धपीठ की पूजा अर्चना भी करते है। मौके पर प्रशासन की आेर से नगर आयुक्त, एसडीएम अजय वीर ङ्क्षसह, एडीएम प्रशासन बीएल शाह भी पहुंच गए। इस दौरान एसडीएम ने बताया कि अतिक्रमण की शिकायत के बाद आज प्रशासनिक टीम कारवाई करने आई थी। स्थानीय लोगों से बात हुई है। उन्होंने गोविन्दपुरी के कथित अतिक्रमण को न हटाने के कुछ कारण बताए है। जिसके चलते विधिवत रूप से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जायेगा, जिसके लिए समय दिया गया है। उसके बाद ही आगे की कारवाई की जायेगी।