उत्तराखंड हरिद्वार

रिहायशी क्षेत्र में बनाएं कबाड़ के गोदाम में लगी आस पड़ोस के रहने वालों पर मंडराया

हरिद्वार।

प्रशासन की लापरवाही के चलते रिहायशी इलाके में हजारों टन कबाड अवैध रूप से जगह घेर कर बनाने गए गोदाम में रखा है। जिसमें एक छोटी सी चिंगारी दर्जनों जिंदगियों को जिंदा जला सकती है। दीपावली की रात हुई घटना इसका एक छोटा उदाहरण है। गनिमत यह रही की मेन रोड की ओर बने कबाड के गोदाम में आग पर काबू पाने में दमकल विभाग की टीम को देर रात तक सफलता मिल गई। अन्यथा आस पास के मकानों में रहने वाले सैकडो लोगों की जान माल का नुकसान हो सकता था। गौरतलब है कि हरिद्वार-ज्वालापुर हिलबाई पास मार्ग पर भेल सेक्टर-2 के पास हजारी बाग स्थित एक कबाडी की दुकान में आग लग गई आग इतनी विकराल थी कि उसकी लपटों में आस—पास के मकान भी चपेट में आने लग रहे थे। तो वही इसी के करीब 50 मीटर दूर एक अन्य स्थान पर हजारों टन कबाड का गोदाम बनाया हुआ है। पूर्ण रूप से यह अवैध कबाड के गोदामों के बीच लगभग 2 परिवार रहते है। बताते है कि सेक्टर-2 के पास जैनवती भवन के पीछे से बीएचईएल की तक सरकारी खाली जमीन पडी है। जिस पर पूर्व शहरी विकास मंत्री के एक करीबी नेता ने अवैध कब्जा कर कबाडियों को किराए पर दे रखा है। जिसकी शिकायत कई बार स्थानीय लोगो ने पुलिस—प्रशासन से की है, लेकिन राजनीति दवाब व सेटिंग गेटिंग के  चलते इन लोगो की कहि कोई सुनवाई नही हुई। क्षेत्रीय पार्षद अनुज सिंह ने बताया कि सेक्टर-2 बैरियर से भगत सिंह चौक तक करीब 1 हजार स्क्वायरफीट से अधिक तिकोनी सरकारी जमीन पडी है जिसे एक कथित दबंग भाजपा नेता ने कब्जा कर उसे कबाडी को किराये पर दे रखी है। कबाडी का गोदाम खुले में है जिसमे बडे— बडे बोरो में कबाड भरा हुआ रखा रहता है। यही नही बैटरी, इलैक्ट्रिक समान, गैस सिलेंडर, कैमिकल आदि ज्वलंत पदार्थ खुले में पडे रहते है। जिनमें लगी एक छोटी सी चिंगारी बडे हादसे को अंजाम दे सकती है। उन्होंने बताया कि जिस कबाड के गोदाम में आग लगी है इसे भी यहां से हटाने के लिए कई बार प्रशासन को चेताया गया था, लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया। अनुज सिंह ने बताया कि दीपावली की रात कबाडी के गोदाम में लगी आग के धुएं के कारण पीछे के मकान में एक गर्भवती महिला फंस गई थी जिसका दम घुटने लगा था उसे बमुश्किल बाहर निकला गया। जबकि अब भी कई मकानों की दीवार पूरी तरह झुलस गई है जो कभी भी गिर सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन अब भी न चेता और इस अवैध कबाड के गोदाम को रिहायशी क्षेत्र से दूर नही किया गया तो स्थानीय लोग आंदोलन को बाध्य हो जाएंगे।

इतना ही नहीं प्रशासनिक लापरवाही इससे भी ज्यादा रानीपुर थाना क्षेत्र के दादूपुर गोविंदपुर गांव में नजर आती है जहां शिवगंगा बिहार कॉलोनी में रहने वाले सैकड़ो परिवार कबाड़ के गोदाम से बुरी तरह त्रस्त हैं उनके द्वारा शिकायत डीएम सीएस ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री पोर्टल तक की गई है कॉलोनी वासियों का कहना है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी आते हैं हमारी बात सुनते हैं उसके बाद कबाड़ के गोदाम में जाते हैं और कार्रवाई शून्य हो जाती है ऐसा कबाड़ियों के पास कौन सी जादू की छड़ी है जो अधिकारी लौट कर ना आते हैं ना कोई कार्रवाई करते हैं।

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