कोतवाली ज्वालापुर में एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने प्रेस के सामने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपियों के कब्जे से 1.25 लाख की नगदी अलग-अलग सरकारी विभागों की फर्जी मोहर फर्जी आरसी और आरसी बनाने वाली मशीन बरामद की है बताया कि गैंग द्वारा अभी तक 8 लोगों को वाहन लोन दिलाने के नाम पर अल्मोड़ा बैंक ज्वालापुर को करीब 78 लाख रुपए का चूना लगा चुके हैं।
ज्वालापुर पुलिस की बड़ी सफलता पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कोतवाली प्रभारी पूरी टीम को शाबाशी दी है। एसपी सिटी ने बताया कि गैंग का मास्टरमाइंड राव अजीम निवासी घोसियाना मोहल्ला ज्वालापुर
एसपी सिटी ने बताया कि बीते कल ज्वालापुर कटहरा बाजार स्थित अल्मोड़ा अर्बन कोआपरेटिव बैंक के मैनेजर हरिदत्त भट्ट पुत्र गोविन्द बल्लभ भट्ट ने पुलिस को लिखित तहरीर देते हुए बताया कि उनकी बैंक शाखा से चौपहिया वाहनों के नाम पर 8 लोगों ने करीब 78 लाख रुपये लोन के रूप में हड़प लिये। लोन के एवज में जो कागजात आरोपियों द्वारा बैंक के पास बतौर बंधक रखे गए थे वह भी सब जांच मेें फर्जी पाए गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ तुरन्त ज्वालापुर थाने में मुकदमा दर्ज कर विवेचना नरेश गंगवार को सौंपी गई। आज बुधवार पुलिस ने मामले में लिप्त 8 आरोपियों में से 6 को गिरफ्तार कर लिया, जबकि कई अन्य अभी फरार है जिनकी तलाश की जा रही है।
पकड़े गए आरोपितों में आकाश कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी जमालपुर कला कनखल, साकार गर्ग पुत्र सुनील गर्ग निवासी विकास कालोनी हरिद्वार, जागृत गर्ग पुत्र प्रत्युष मणी निवासी माडल कॉलोनी रानीपुर मोड, गुलाब सिंह पुत्र चेतराम निवासी इब्राहिमपुर, दिलनवाज पुत्र जफर निवासी मोहल्ला पांवधोई राम रहीम कालोनी ज्वालापुर व कुणाल कोरी पुत्र राजू कोरी निवासी निर्मला छावनी हरिद्वार के नाम शामिल हैं, जबकि राव अजीम पुत्र राव अच्छन निवासी मौ. घोसियान ज्वालापुर, किरन पत्नी मेघराज निवासी दक्ष एन्क्लेव रावली महदूद, शशांक राजोरा पुत्र राजकुमार निवासी शुभम विहार ज्वालापुर, आरती पत्नी राजू यादव निवासी ईदगाह रोड सुभाष नगर ज्वालापुर, मानसी अग्रवाल पुत्री नवनीत अग्रवाल निवासी कुडकावाला मारखम व अंकुल देवी पत्नी कृष्ण पाल निवासी शिव मंदिर दौलतपुर बहादराबाद फरार हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने मॉनिटर 01, सीपीयू 01, प्रिंटर 01 इलेक्ट्रॉनिक सामान व कई गाडियों की आरसी,1 फर्जी कोटेशन बुक शाकुम्बरी ऑटोमोबाइल,विभिन्न सरकारी विभागों की मोहरें, फर्जी आरसी व आरसी बनाने के ब्लॉक कार्ड, विभिन्न बैंकों की चेकबुक, एक स्कूटी व सवा लाख की नगदी आदि बरामद की है।फर्जी कम्पनी बनाकर किया बड़ा फर्जीवाड़ा
आरोपियों ने शाकुम्बरी ऑटोमोबाइल व मिडास ऑटोमोबाइल फर्म के नाम से कई बैंकों में फर्जी अकाउंट खुलवाए। इसके बाद गैंग सदस्य अजीम, आकाश, साकार गर्ग, जागृत गर्ग ने मिलकर रानीपुर मोड पर एक कुमार फाइनेंस के नाम से फर्जी कम्पनी खोली। जिसकी आड में आरोपियों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक से चौपहिया वाहनों के नाम से फर्जीवाड़े का धंधा शुरू किया। वाहन लोन के लिये एप्लाई करते थे तथा साकार गर्ग की जान पहचान अल्मोड़ा को-ऑपरेटिव बैंक में होने के कारण बैंक कर्मी से मिलकर फर्जी कोटेशन के आधार पर वाहन लोन बिना वेरिफिकेशन के करवाते थे तथा पैसा अपने-अपने फर्जी अकाउंट में डलवा कर उक्त सभी लोन वालों को आपस पैसा बांट लेते थे तथा अपने आफिस में फर्जी आरसीबी व इंश्योरेंस एवं कार की फोटो बनाकर बैंक में जमा करते थे तथा किसी को शक न हो इसलिये लोन की कुछ किस्त बैंक में जमा करते थे।