हरिद्वार।
सामाजिक कुरीतियों के चलते कई परिवार टूटने के कगार में पहुंच जाते हैं। ऐसे में सही परामर्श मिल जाए तो परिवार मेें पैदा हुई गलतफहमी दूर हो जाती है। महिला ऐच्छिक ब्यूरो ने पांच परिवारों के साथ काउंसलिंग की गयी। परिवार में किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। ऐच्छिक ब्यूरो ने आमने—सामने बैठाकर बातचीत करने पर तीन परिवार को टूटने से बचा लिया। दो परिवारों को अगली तारीख दी गई। प्
रिजर्व पुलिस लाईन रोशनाबाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल के दिशा—निर्देशन में पुलिस उच्चाधिकारी की देखरेख में बिखरते परिवारों को जोड़ने के लिए महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में महिला हेल्पलाइन हरिद्वार में प्रचलित जटिल पारिवारिक विवादो व दोनों पक्षों को आमने सामने बैठाकर सुना गया व परिवार को टूटने से बचाने के लिए समझाया गया। तीन पारिवारिक प्रकरणों में ऐच्छिक ब्यूरो के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के समझाने पर उच्चाधिकारीगण के समक्ष आपसी सहमति के साथ साथ रहने का समझौता हुआ। दो प्रकरणों में सोचने समझने के लिए अग्रिम तिथि दी गई।
ऐच्छिक ब्यूरो के समक्ष काउंसिङ्क्षलग के लिए गम्भीर एवं जटिल प्रकार के पारिवारिक प्रकरणों को रखा जाता है। बैठक में ऐच्छिक ब्यूरो की अध्यक्षा श्रीमति सरिता डोभाल (पुलिस अधीक्षक रेलवे), श्रीमति जूही मनराल (पुलिस उपाधीक्षक / नोडल अधिकारी महिला सुरक्षा/ हेल्पलाईन), मनोवैज्ञानिक असिस्टेंट प्रोफेसर अरूण कुमार, समाजशा ी विनोद शर्मा, अधिवक्ता श्रीमति विदुशी चतुर्वेदी, समाज सेविका श्रीमति एकता अरोड़ा, प्रभारी महिला हेल्पलाइन हरिद्वार उपनिरीक्षक हिमानी रावत ने भाग लिया।
सामाजिक कुरीतियों के चलते कई परिवार टूटने के कगार में पहुंच जाते हैं। ऐसे में सही परामर्श मिल जाए तो परिवार मेें पैदा हुई गलतफहमी दूर हो जाती है। महिला ऐच्छिक ब्यूरो ने पांच परिवारों के साथ काउंसलिंग की गयी। परिवार में किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। ऐच्छिक ब्यूरो ने आमने—सामने बैठाकर बातचीत करने पर तीन परिवार को टूटने से बचा लिया। दो परिवारों को अगली तारीख दी गई। प्
रिजर्व पुलिस लाईन रोशनाबाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल के दिशा—निर्देशन में पुलिस उच्चाधिकारी की देखरेख में बिखरते परिवारों को जोड़ने के लिए महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में महिला हेल्पलाइन हरिद्वार में प्रचलित जटिल पारिवारिक विवादो व दोनों पक्षों को आमने सामने बैठाकर सुना गया व परिवार को टूटने से बचाने के लिए समझाया गया। तीन पारिवारिक प्रकरणों में ऐच्छिक ब्यूरो के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों के समझाने पर उच्चाधिकारीगण के समक्ष आपसी सहमति के साथ साथ रहने का समझौता हुआ। दो प्रकरणों में सोचने समझने के लिए अग्रिम तिथि दी गई।
ऐच्छिक ब्यूरो के समक्ष काउंसिङ्क्षलग के लिए गम्भीर एवं जटिल प्रकार के पारिवारिक प्रकरणों को रखा जाता है। बैठक में ऐच्छिक ब्यूरो की अध्यक्षा श्रीमति सरिता डोभाल (पुलिस अधीक्षक रेलवे), श्रीमति जूही मनराल (पुलिस उपाधीक्षक / नोडल अधिकारी महिला सुरक्षा/ हेल्पलाईन), मनोवैज्ञानिक असिस्टेंट प्रोफेसर अरूण कुमार, समाजशा ी विनोद शर्मा, अधिवक्ता श्रीमति विदुशी चतुर्वेदी, समाज सेविका श्रीमति एकता अरोड़ा, प्रभारी महिला हेल्पलाइन हरिद्वार उपनिरीक्षक हिमानी रावत ने भाग लिया।