लखनऊ।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया। उनके उत्तराधिकारी कोई और नहीं बल्कि उनके भतीजे आकाश आनंद होंगे। बीएसपी की मीटिंग में उन्होंने आकाश आनंद को अपनी विरासत सौंप दी। यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने रविवार को लखनऊ में पार्टी के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक बुलाई थी। बताया गया था कि बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति के मद्देनजर चर्चा होगी। इसी बैठक में मायावती ने आकाश आनंद को अपनी विरासत सौंप दी। उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित करते हुए यूपी और उत्तराखंड छोड़कर पूरे देश में पार्टी की जिम्मेदारी उन्हें सौंपने का ऐलान कर दिया। मायावती के इस अचानक ऐलान से राजनीतिक गलियारों में हैरानी है। माना जा रहा है कि पिछले कई वर्षों से पार्टी को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में मिल रही हार के चलते मायावती कुछ समय से नई पीढ़ी को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही थीं। हाल ही में उन्होंने आकाश आनंद को कई बड़ी जिम्मेदारियां दी थीं। आकाश आनंद के पार्टी में बढ़ते कद के चलते पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं को यह संकेत था कि भविष्य में वे पार्टी सुप्रीमो के उत्तराधिकारी हो सकते हैं। लेकिन यह इतनी जल्दी हो जाएगा ऐसा किसी ने नहीं सोचा था। रविवार को मायावती ने अचानक आकाश आनंद को अपनी विरासत सौंपकर सबको चौंका दिया। आकाश आनंद मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। आकाश ने लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की पढ़ाई की है। मायावती उन्हें वर्ष 2017 में राजनीति में लेकर आईं। परिवारवाद के खिलाफ हमेशा बात करने वाली मायावती ने कभी अपने भाई आनंद कुमार को तरजीह नहीं दी। लेकिन, विरासत की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को आगे किया। मायावती ने 2017 में हुई सहारनपुर की रैली में आकाश आनंद को अपने साथ मंच पर लाया था। इसे आकाश आनंद की पॉलिटिकल लॉन्चिंग मंच भी कहा जाता है। इसके बाद से ही उन्हें मायावती के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाने लगा। आखिरकार, रविवार को उन्होंने इस संबंध में बड़ी घोषणा कर दी।