देवभूमि मूक बधिर एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप अरोड़ा ने अपने सोशल अकाउंट फेसबुक पर अखबार की कुछ कटिंग और फोटो वायरल कर गाजियाबाद में निशक्त जनों के साथ अन्याय का आरोप लगाया है।
अपनी पोस्ट में उन्होंने बताया कि गाजियाबाद मे हुए शारीरिक विकलांगो के लिये 15वे पैरा नेशनल गेम्स मे भारी अव्यस्था से विकलांगो मे रोष।पैरालम्पिक कमेटी ऑफ इण्डिया के तत्वावधान मे हुए प्रतियोगिता मे देश भर से भाग लेने वाले विकलांगजन खिलाड़ियो का आरोप है कि व्यवस्थाये और सुविधाये विकलांगो के अनुकूल नही है, जमीन मे सोना, दूसरे मंजिल मे कमरा, ट्रायसाइकिल भी ऊपर ले जाना, खुले मे नहाना, वाशबेसिन का ऊँचा होना, शोचालय रैम्प के अनुकूल ना होना सब जगह अति समस्याओ का सामना करना पड़ा,यही नही उनसे मैदान पर झाड़ू भी करवाई गई और मैदान मे फेंके गए झूठे गिलास व पत्तल उठवाए गए। ऐसे मे विकलांगो की खेल भावना का मृतप्राय होना स्वाभाविक है।दोबारा आने के लिये विकलांगजन सशंकित है, आने से पहले 10 बार सोचेगे।ये सब सीधे सीधे विकलांगजनो की भावनाओ के साथ खिलवाड़ है और उनके मौलिक अधिकारो का हनन है।इस मामले मे पीसीआई अध्यक्ष और सचिव सीधे ही जिम्मेदार है।ऐसे कृत्य के लिए उन्हे सभी विकलांगो से माफी मांगनी चाहिए।और सरकार को भी इस मामले मे कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, एक और जहाँ सामान्य जनो के खेलो मे करोड़ो की बजट जारी की जाती है तो विकलांगजन के साथ ऐसे भेदभाव क्यो? ईधर खेल शुरू उधर कमीशनखोरी का धंधा।वाह रे सरकार कैसे कैसे लोग है आपके देश मे, विकलांगजनो के कोष से भी करेगे लूटमारी।