https://youtu.be/yphzW3RMdak
हरिद्वार।
बडा अखाड़ा उदासीन के महंत रविंद्र दास ने भू माफियाओं पर फर्जी महंत को संरक्षण देकर अखाड़े की संपत्ति खुर्द खुर्द करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि वह बड़ा अखाड़ा के द्वारा ग्राम शांतरशाह गद्दी पर 2012 में गद्दी नशीन हुए थे जिसके बाद 2013 से बड़े भू माफिया उस क्षेत्र में अखाड़े की संपत्ति को खुर्द खुर्द करने का प्रयास कर रहे हैं। बताया कि भूमाफिया द्वारा जोगिंदर दास को वहां का महंत दर्शा कर अखाड़े की संपत्ति के कई एग्रीमेंट आपस में कर लिए गए। योगेंद्र दास से अखाड़े के श्री महंत रघु मुनि महाराज ने प्रस्तुत किए गए कागजों की जांच कराई तो वह फर्जी पाए गए। जिसके बाद श्री महेंद्र ने कुछ महीने पूर्व कनखल थाने में योगेंद्र दास के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि अखाड़े की भूमि को और दूर करने वाले के मामले में उनके द्वारा भी जोगिंदर दास व अन्य के खिलाफ 2017 और 2018 में बहादराबाद थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें पुलिस द्वारा जांच कर कार्यवाही की गई। लेकिन माफिया के राजनीतिक संबंधों के चल चलते आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। भू माफिया पर कोई भी कार्यवाही ना होने के चलते अब उन्होंने अपनी जान माल का खतरा भी बताया है। उन्होंने कहा कि अपनी संपत्ति बचाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री और पुलिस के आला अधिकारियों को भी शिकायत की शिकायत पत्र भेजकर गुहार लगाई है। बावजूद इसके भूमाफिया पर कोई भी कार्रवाई प्रशासन द्वारा नहीं की जा रही।
उल्लेखनीय है कि बड़ा अखाड़ा उदासीन की संपत्ति का विवाद पहले भी रहा है जिसके चलते पूर्व में अखाड़े के कारोबारी महंत मोहनदास लापता हो चुके हैं जिनका आज तक ना तो अखाड़ा ही कोई जानकारी जुटा पाया ना ही प्रशासन और सरकार। देखना यह होगा के बड़ा अखाड़ा उदासीन के शांतरशाह गद्दी नशीन महंत रविंद्र दास को प्रशासन व सरकार सुरक्षा मुहैया करा पाएंगे।