बहादराबाद।
क्षेत्र में लगातार बिजली कटौती को लेकर आज स्थानीय लोगों ने बिजली घर पर धरना प्रदर्शन किया तथा विद्युत विभाग के खिलाफ नारेबाजी भी की।
अघोषित बिजली कटौती से परेशान स्थानीय लोग एवं भाजपा कार्यकर्ता बहादराबाद बिजली घर में धरने पर बैठ गए है। इस दौरान ग्रामीणों ने विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सूचना पर पहुंची बहादराबाद पुलिस ने बमुश्किल भीड$ को समझा—बुझाकर शांत किया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि जब उत्तराखंड में अघोषित बिजली कटौती पूर्ण रूप से बंद है। तो बिजली कटौती क्यों की जा रही है। आरोप लगाया कि विभाग जान बूझकर ग्रामीणों को बिजली विभाग परेशान कर रहा है। देहात की अपेक्षा शहरों में हर समय बिजली सप्लाई की जा रही है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों को अनदेखा किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों और बडो का भीषण गर्मी में बुरा हाल है। इस दौरान सलेमपुर, दादूपुर गोविंदपुर, बोंगला, खेडली, अलीपुर, सुल्तानपुर मजरी, शक्तिनगर, आदि गांव के ग्रामीण मौजूद थे।
विवेक चौहान, अश्विनी कुमार, प्रताप प्रधान, बृजमोहन रावत, आशीष कुमार, वरुण चौहान, राहुल चौहान, सतीश शर्मा, पंडित सुनील प्रसाद नौडियाल, शिव कुमार वर्मा, नितेश मिश्रा, कमल जोशी, दीपक नेगी ने कहा कि 33 केवीए लाइन लगभग 50 साल पुरानी है। जिसमें आए दिन फाल्ट होते हैं, वही कंट्रोल रूम में लगी मशीन भी चालीस साल पुरानी है। मशीन उतना लोड नहीं ले पाती, जिस हिसाब से आबादी में बढोतरी हुई है।
सुखबीर सिंह, नारायण सिंह, पंकज शर्मा, धरम वीर, नागेंद्र उपाध्याय, अभिषेक, विजेंद्र कुमार, कुलदीप चौधरी, पूर्व अध्यक्ष मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र बोरी, राव अमरीन महिला मोर्चा मंडल मंत्री, सुनील कनौजिया, राहुल कुमार, महावीर सिंह, चंद्रभान आदि ने कहा की प्रतिदिन 4 से 5 घंटे बिजली बाधित हो जाती है। भीषण गर्मी में बुरा हाल होता है। पीने का पानी नहाने और खाना बनाने की भी परेशानी होती है। छोटे-छोटे बच्चे गर्मी में बिलखते रहते हैं। बिजली विभाग के अधिकारी फोन उठाने को तैयार नही है।