प्रभात वीर
चंपावत।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चंपावत उपचुनाव मे इतिहासिक जीत हासिल की है। धामी ने 57268 वोट प्राप्त कर कांग्रेस प्रत्याशी को 54121वोटो के भारी अंतर से हराया। कांग्रेस सहित सभी तीनो प्रत्याशियों की ज़मानत जब्त हो गयीं। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी को केवल 3205 वोट ही प्राप्त हुए। राज्य मे उपचुनाव मे यह किसी भी प्रत्याशी की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले मुख्यमंत्री रहते हुए विजय बहुगुणा ने उपचुनाव मे 40 हजार मतों से जीत हासिल की थी। धामी ने बहुगुणा की जीत के रिकार्ड को भी तोड़ दिया। चम्पावत उपचुनाव को शुरू से ही एकतरफा माना जा रहा था। भाजपा मे धामी केम्प शुरू से ही 50 हजार वोटो से जीतने की संभावना जाता रहा था। मगर चुनाव परिणाम ने इससे भी अधिक वोटो से धामी को जीत दिलाई।
सीएम धामी ने चंपावत उपचुनाव की काउंटिंग के पहले राउंड में बड़ी बढ़त बना ली थी। धामी पहले राउंड मे 3691 वोट से आगे थे। सीएम धामी को पहले राउंड में 3,856 और कांग्रेस की निर्मला गहतोड़ी को सिर्फ 165 मत मिले थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत उप चुनाव में ऐतिहासिक जीत पर उत्तराखण्ड की जनता विशेष रूप से चम्पावत की जनता का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “मैं उत्तराखंड की महान जनता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। ये उसी जनता की जीत है जिसने मुझ जैसे सामान्य कार्यकर्ता को अपने सर माथे पर बिठाया है। ये आपके भरोसे की जीत है। ये जीत मुझे उत्तराखंड की जनता की सेवा में प्राणपण से जुटे रहने का आदेश दे रही है। इस मौके पर मैं अपने यशस्वी प्रधानमंत्री का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं जिनके सतत मार्गदर्शन ने मुझे इस लायक बनाया कि आज मैं उत्तराखंड की जनता के स्नेह और आशीर्वाद का पात्र हूं। प्रधानमंत्री मोदी की सेवा, साधना और तपस्या हम सभी के लिए आदर्श का एक मानक बन चुकी है। ये एक ऐसा मानक है जिसकी ओर बढ़ते हुए हम खुद को निखारते जाते हैं, जन सेवा की राह में स्वयं को मांजते जाते हैं।
चंपावत विधानसभा का ये उपचुनाव केवल जीत हार की लड़ाई नहीं थी। इस उपचुनाव की ओट में उत्तराखंड को सजाने, संवारने और प्रगति का स्वर्णिम अध्याय रचने के स्वप्न भी छिपे हुए थे। ये 55025 वोटों की ऐतिहासिक जीत इन्हीं सपनो को पूरा करने के संकल्प की प्रतिध्वनि है। हमने प्रधानमंत्री मोदी के आशीर्वाद से उत्तराखंड की जनता के जीवन को सुखमय बनाने का यज्ञ शुरू किया है। ये जीत इस यज्ञ की पूर्णता की दिशा में एक अभूतपूर्व कदम साबित होगी। अपने चंपावत के लोगों को भी यकीन दिलाता हूं कि उनकी हर पुकार, हर आग्रह, हर आदेश पर स्वयं सेवा में हाज़िर रहूंगा। मैं इस प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं। कहा कि मेरे जीवन का मकसद ही इस प्रदेश की सेवा है। पर एक जनप्रतिनिधि होने के नाते चंपावत के प्रति मेरे कुछ विशिष्ट उत्तरदायित्व भी हैं। मैं पूरे मनोयोग और समर्पण से उन उत्तरदायित्वों की सिद्धि की कोशिश करूंगा। चंपावत की जनता ने विरोधियों के जिस छ्द्य जाल को अपनी दूरदर्शी आंखों से भेदकर मुझे ये जीत दिलाई है, उनके प्रति मेरे हृदय में सदैव के लिए विशेष आभार है।