हरिद्वार।
एसएमजेएन कालेज में आज संस्कृत विभागाध्यक्ष गुरु मां के नाम से प्रसिद्ध डा. सरस्वती पाठक 3२ वर्षों की अनवरत सेवाआें के पश्चात् आज सेवानिवृत्त हुई। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डा. सुनील कुमार बत्रा, पूर्व प्राचार्य
डा. एके घिल्डियाल, मुख्य परीक्षा प्रभारी डा. मन मोहन गुप्ता, डा. संजय कुमार माहेश्वरी, डा. जगदीश चन्द्र आर्य, डा. सुषमा नयाल, कार्यालय आीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय द्वारा फूल—मालाआें से स्वागत किया गया। पूर्व प्राचार्य डा. एके घिडिल्याल ने सेवानिवृत्ति के अवसर पर डा. सरस्वती पाठक को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि उन्होंने बड$ी निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कॉलेज में अपनी सेवायें प्रदान की। डा. घिल्डियाल ने उनके दीर्घायु की कामना की। कॉलेज के प्राचार्य डा. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि डा. सरस्वती पाठक ने 3२ वर्ष पूर्व इस महाविद्यालय में अपनी सेवायें प्रदान करनी प्रारम्भ की थी। 3२ वर्षों के इस लम्बे सेवाकाल में उन्होंने अपना अपारस्नेह और शिक्षा छात्र-छात्राआें को प्रदान की। वे छात्र छात्राआें में गुरु मां के नाम से ख्याति प्राप्त थी। वहीं वे कॉलेज कर्मचारियों के लिए भी सदैव तत्पर रही। डा. बत्रा ने बताया कि एसएमजेएन कॉलेज ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश अथवा देश में हमारा कॉलेज एेसा कॉलेज बना जहाँ एक महिला को मुख्य अनुशासन अधिकारी का कार्यभार दिया गया। जिसका डॉ$ सरस्वती पाठक ने पूर्ण निष्ठा व कर्तव्यपरायणता के साथ निवर्हन किया। डा. सरस्वती पाठक का दिशा—निर्देशन जीवन में मिलता रहे, इसकी ईश्वर से प्रार्थना की। डा. बत्रा ने कहा कि कालेज प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री मंहत रविन्द्र पुरी ने उन्हें अवार्ड आफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया है। कॉलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष द्वारा प्रदान किया गया स्मृति—चिन्ह डा. सरस्वती पाठक को भेंट किया गया। इस अवसर पर डा. मन मोहन गुप्ता, डा. तेजवीर सिंह तोमर, डा. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डा. सुषमा नयाल, डा. आशा शर्मा, डा. रेणु सिंह, रिचा मिनोचा, रिंकल गोयल, डा. प्रज्ञा जोशी, डा. पदमावती तनेजा, डा. विजय शर्मा, डा. पुनीता शर्मा, डा. शिवकुमार चौहान, डा. मनोज कुमार सोही, वैभव बत्रा, मोहन चन्द्र पाण्डेय आदि सहित कॉलेज के समस्त शिक्षकों व कर्मचारियों द्वारा गुरू मा. डा. सरस्वती पाठक को पुष्पमाला से स्वागत किया तथा उनके स्वस्थ स्वास्थ्य तथा लम्बी उम्र की कामना की।