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कॉलेज में किया गया नि-क्षय पोष्टिक फूड किट का वितरण

हरिद्वार।
एसएमजेएन कॉलेज में आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशानुसार प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान का शुभारम्भ पंचायती अखाड$ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहन्त रामरतन गिरि महाराज व कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा द्वारा मां सरस्वती को पुष्प अर्पित कर एवं द्वीप प्रज्जवलित करके किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्रीमहन्त राम रतन गिरि  ने प्रधानमंत्री द्वारा प्रारम्भ की गयी यह योजना अत्यंत ही कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि टीवी एक गम्भीर बीमारी है, पर कुछ मरीजों के पास अपनी बीमारी का इलाज करवाने के लिए और बीमारी के समय पौष्टिक आहार के लिए धन नहीं होता। देश को टीवी मुक्त बनाने के लिए निक्षय मित्र की भूमिका काफी कारगर साबित होगी। इस अवसर पर डॉ. अनिल नेगी जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि ‘प्रधानमंत्री टीवी मुक्त भारत अभियान’ के अन्तर्गत निक्षय मित्र बनाये जाने हैं। इस पहल के तहत नि—क्षय मित्र द्वारा टीवी रोगियों को 06 माह से 03 वर्ष तक पोषण सहायता, नैदानिक सहायता और व्यवसायिक सहायता प्रदान की जा सकती है। उन्होंने बताया कि जो क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार के साथ भावनात्मक व सामाजिक सहयोग उपलब्ध करा रहे हैं, उन्होंने अन्य सामाजिक संगठनों व आम लोगों को भी क्षय रोगियों की मदद के लिए आगे आने की अपील की। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि क्षय रोगियों को गोद लेकर भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराये जाने के अच्छे परिणाम सामने आयेंगे। नि—क्षय मित्र मिलने से टीबी रोगियों को हौंसला बढ$ता है, जब उन्हें यह पता चलता है कि परिवार के अलावा समाज में ऐसे लोग हैं जो उनके साथ हैं और उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता करते हैं। वहीं नि—क्षय मित्र हर माह पुष्टाहार उपलब करायेंगे। उन्होंने बताया कि आज कॉलेज परिवार द्वारा नि—क्षय मित्र योजना के अन्तर्गत फूड किट वितरण कार्यक्रम में पोष्टिक किटों का वितरण भी किया गया। डा. बत्रा ने कहा कि कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी ने 10 पोष्टिक किटों का वितरण किया है। इसी के तहत कालेज परिवार भी मदद के लिए आगे आया है। कॉलेज के चिकित्सक डॉ. प्रदीप त्यागी ने सभी से आह्वान करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति या संस्था स्वेच्छा से टीवी मरीजों को छ: महीने से एक वर्ष तक पोषण में सहयोग कर रोगियों को इस रोग से मुक्त होने में सहायता कर सकती है। इससे टीवी रोगियों में होने वाली हीन भावना और भेदभाव को समाज में कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोई भी संस्था या व्यक्ति निक्षय मित्र बनने के लिए वेबसाईट निक्षय में जाकर स्वयं को पंजीकृत कर सकता है। आन्तरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. संजय माहेश्वरी ने अपील की कि हम सभी का दायित्व है कि क्षय रोगियों को भावनात्मक सहयोग के साथ उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध करवायें ताकि वे छ: माह के भीतर पूरी तरह से स्वस्थ हो सकें। इस अवसर पर कॉलेज की पूर्व छात्रा अनन्या भटनागर द्वारा ‘दिल है छोटा सा, छोटी सी आशा’ तथा मेहताब आलम ने ‘सही मनवा दु:ख की चिन्ता’ पर अपनी शानदार प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाईजर डॉ. मौहम्मद सलीम व डॉ. सौरभ शर्मा, मनोज मंत्री, डॉ. तेजवीर सिंह तोमर, डॉ. जेसी आर्य, विनय थपलियाल, डॉ. सुषमा नयाल, डॉ. विनीता चौहान, श्रीमती रिचा मिनोचा, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. मनोज सोही, डॉ. प्रदीप त्यागी, श्रीमती कविता छाबड$ा, श्रीमती रिंकल गोयल, डॉ. लता शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, दिव्यांश शर्मा, डॉ. रेनू सिंह, श्रीमती रूचिता, अन्तिम त्यागी, डॉ. अमिता मल्होत्रा, डॉ, सुगना वर्मा, डॉ$, सरोज शर्मा, दीपिका आनन्द, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, प्रिंस श्रोत्रिय, डॉ. प्रज्ञा जोशी, विनीत सक्सेना, डॉ. पुनीता शर्मा, प्रियंका प्रजापति, नेहा गुप्ता, योगेश्वरी, कु.$ वन्दना सिंह आदि उपस्थित थे।

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