ऋषिकेश/ संजना राय।
बंगाल में तैनात आइएएस अधिकारी के शिक्षक भाई के राफ्टिंग के दौरान गंगा में डूबने के मामले में राफ्टिंग कंपनी संचालक और दो राफ्टिंग गाइड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इन पर राफ्टिंग के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप है।
शुक्रवार को ब्रह्मपुरी में राफ्टिंग के दौरान हरीश कुमार मीणा (34) निवासी वीपीओ बेनार, जिला जयपुर राजस्थान अपने अन्य दोस्तों के साथ यहां घूमने आये थे। केंद्रीय विद्यालय दिल्ली में शिक्षक हरीश मीणा ने राफ्टिंग में तैराकी का लुत्फ उठाने के लिए अपने साथियों के साथ गंगा में छलांग लगाई थी। उसकी लाइफ जैकेट शरीर से अलग हो गई थी, थोड़ी ही देर में वह गंगा की लहरों में लापता हो गए। शनिवार को हरीश के दोस्त ने राफ्टिंग कंपनी संचालक और दो राफ्टिंग गाइड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। हरीश मीणा के आइएएस भाई सुरेन्द्र मीणा बंगाल में तैनात हैं। गंगा में डूबे शिक्षक के साथी विकास कुमार ने मुनिकीरेती थाना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि उन्होंने हिमालयन टाइगर्स एडवेंचर से राफ्ट बुक की थी। संचालक ने उनसे पूरे पैसे पहले ही वसूले, लेकिन राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा के मानक नहीं अपनाए। मात्र एक गाइड के साथ राफ्ट पानी में उतारी गई और राफ्टिंग के दौरान कोई जानकारी दिए बिना ओशो आश्रम के पार सभी को राफ्ट से पानी में उतार दिया। तभी पीछे से आ रही एक अन्य राफ्ट उनके साथी हरीश कुमार मीणा के ऊपर से निकाल दी गई। जिस कारण वह डूब गए। विकास कुमार ने आरोप लगाया कि हिमालयन टाइगर एडवेंचर के गाइड दीनानंद भारद्वाज ने न तो उनके साथी को बचाने की कोशिश की ना ही बचाव के लिऐ जल पुलिस या अन्य किसी को बुलाया। न ही पीछे से आनी वाली राफ्ट को रुकने का इशारा किया। उनके साथी को बचाने के लिय समुचित सुरक्षा व्यवस्था भी नहीं की थी।
उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश में राफ्टिंग सीजन शुरू हो चुका है और प्रतिदिन गत वर्षो की भांति डूब के मरने वालों की भी सूचनाएं आने लगी है। जिन्हें केवल अखबार में छोटा गौरम देकर इतिश्री कर ली जाती है शुक्रवार को जब एक आईएएस अधिकारी का भाई गंगा नदी में राफ्टिंग के दौरान डूब गया तो प्रशासन को अब खामियां नजर आई।