हरिद्वार।
प्रस्तावित कॉरिडोर के विरोध में प्रांतीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिला महामंत्री संजय त्रिवाल के नेतृत्व में व्यापारियों ने अपर रोड$ पर काले झंडे लहराकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि सौंदर्यीकरण व कॉरिडोर परियोजना के नाम पर किसी भी व्यापारी को विस्थापित नहीं होने दिया जाएगा। तोड$फोड$ छोटी हो या बड़ी दर्द सबका बराबर है। पूर्व मे चौड़ीकरण के नाम पर हरकी पैड़ी व कृष्णा नगर में तोड$फोड$ की गयी। लेकिन चौड़ी की गयी जगह का कुछ पता नही है। यह भी सोचने का विषय है। त्रिवाल ने कहा कि हरिद्वार की तुलना अन्य स्थानों से नहीं की जा सकती है। हरिद्वार की भौगोलिक दिशा व दशा अन्य स्थानों से अलग हैं। हरिद्वार में एक तरफ गंगा व दूसरी तरफ पहाड$ हैं। यदि लोगों की व्यापार स्थली नहीं बचेगी तो कैसा व्यापार, कैसा व्यापार मण्डल और कैसे व्यापारी नेता। कहा कि विधायक मदन कौशिक भी व्यापारियों के साथ खड़े हैं। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि प्रस्तावित योजनाओं को सप्तऋषि से चमगादड$ टापू, पंतदीप रोडी बेलवाला, बैंरागी कैम्प होते हुए सिंचाई विभाग की जमीन पर धरातल पर उतारा जाए। ताकि शहर विस्थापन की मार से बच सके। संरक्षक तेज प्रकाश साहू ने कहा कि पहले सरकारी विभाग सरकारी भूमि पर अपने कराए गए अस्थाई व स्थाई निर्माण तथा अतिक्रमण हटाएं। बिना कोई नक्शा पास कराये पूरी सिंचाई विभाग की जमीन पर राजनीतिक संरक्षण में पूरी कुंभ मेला भूमि को समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। उन्होने कहा कि विकास प्राधिकरण को मेला भूमि को बचाने की मुहिम चलानी चाहिए। राजेश गुप्ता ने कहा कि कॉरिडोर के प्रथम चरण में शहर को हरकी पौड$ी से रेलवे स्टेशन तक जो कि हरिद्वार की आत्मा है। जिसे इस रूप में आने में लगभग 125 वर्ष का समय लगा है। यदि अधिकारी मैदान बनाने का सपना देख रहे हैं तो उसे कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में मनोज विश्नोई, मोहनदास गोस्वामी, विशाल महेश्वरी, अजय रावल, गगन गुगनानी, संतोष शर्मा, दिनेश कुकरेजा, सुनील कुमार, सूरज कुमार, विजय शर्मा, संजय अग्रवाल, बोबी सिंघल, नवीन, हेमन्त, दिनेश साहू आदि व्यापारी शामिल रहे।