बहादराबाद।
हरिद्वार पुलिस ने पूरा लॉक सिस्टम बदलकर थार जैसी अत्याधुनिक चौपहिया गाड़ी चोरी करने वाले को राजस्थरान दे पकडऩे में सफलता प्राप्त कर ली। खाद बात यह कि आरोपी को पकडऩे के लिए एक दारोगा द्वारा फिल्मी स्टाईल में थार के पहिए में गोली मारकर पंचर करने की चर्चा लोगों की जुबान पर है। पूरे मामले का खुलासा एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार ने पत्रकारों के समक्ष किया।
एसपी सिटी स्वतन्त्र कुमार ने बताया कि चौपहिया वाहन चुराने वाले एक्सपर्ट ने थार का पूरा लॉक सिस्टम बदलकर, नया लॉक और नई चाबी से चोरी की थी। आरोपी को कई राज्यों की पुलिस तलाश कर रही थी। पकड$े गए आरोपी के खिलाफ राजस्थान में चोरी सहित विभिन्न मामलों में 51 मुकदमें दर्ज है। अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य को चोरी की थार के साथ गिरफ्तार करने में फिल्मी स्टाइल में दरोगा अशोक सिरसवाल ने हरियाणा टोल प्लाजा पर गोली चलाकर थार का टायर पंचर कर दिया था। जिसके बाद आरोपी को पकड$ा गया। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी का पीछा करते हुए पुलिस हरियाणा पहुंची थी। आरोपी द्वारा चुराई गई थार गाड$ी का पीछा करते हुए हरियाणा पहुंची हरिद्वार पुलिस टीम ने अतमलपुर बोंगला निवासी मनीष कुमार के घर के बाहर से चुराई गई महिन्द्रा थार बरामद कर ली। इस चोरी की घटना पर एसएसपी अजय सिंह द्वारा वारदात पर सख्त रुख अपनाते हुए अलग—अलग टीमें गठित कर गैर प्रान्त रवाना किया गया था। अधीनस्थों के माध्यम से पल—पल की जानकारी ले रहे थे। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी रतन सिंह पुत्र बत्तू सिंह निवासी 79 शिवनगर कालोनी जिला जयपुर राजस्थान को जैदापुर पलवल हरियाणा से स्थानीय पुलिस की मदद से हिरासत में लिया गया है। आरोपी के कब्जे से चोरी की गई थार सहित चोरी में प्रयुक्त किये जाने वाले उपकरण, कई सारी फर्जी आरसी / आईडी इत्यादि बरामद की हैं। मौके का फायदा उठाकर भागे अन्य अभियुक्त की तलाश की जा रही है।
पुलिस टीम की विशेष मेहनत से एेसे पकड$ा गया आरोपी
पलवल से करमन टोल प्लाजा की आेर जाते हुए शिकायतकर्ता मनीष कुमार ने जब तस्दीक किया कि आगे चल रही काले रंग की थार उसी की है। पुलिस टीम ने सही स्थान की तलाश के लिए अपना निजी वाहन थार गाड$ी के ठीक सामने लगा दिया। थार रोकने के प्रयास पर आरोपी ने तेजी के साथ वाहन (थार) को बैक लेकर भागने का प्रयास किया। लेकिन हरिद्वार पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण अन्य कोई रास्ता न होने के चलते आरोपी बहुत तेजी से थार को लेकर भागने लगे।जिस पर अंतिम विकल्प पर सब इंस्पेक्टर अशोक सिरसवाल ने कुछ राउंड फायर कर थार के टायर को पंचर कर दिया, और अपनी टीम के साथ आरोपी को वाहन सहित घेर लिया एवं कुछ दूरी पर पकड लिया।
अपराध करने का तरीका
पड$ताल करने पर जानकारी मिली कि आरोपी रतन अपनी टीम के साथ मिलकर वाहनों के पूरे लॉक सिस्टम को ही बदलकर नया लॉक सैट कर नई चाबी की मदद से गाडी चोरी कर लेता था। फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर अन्य राज्यों में बेच देता था। आरोपी इतने शातिर थे कि नये सेंसर वाले वाहनों को कोडिंग मशीन से डिकोड करके, उसकी नई चाबी बनाकर साफ्टवेयर हैक कर चोरी कर लेते। यदि कोई पुराना वाहन चुराते थे तो उसको मेवात, दिल्ती आदि स्थानों पर कटवा देते थे। आरोपी रतन वर्ष 2१७ में जेल में रहने के दौरान फरार आरोपी के सम्पर्क में आया। इसी महीने जमानत पर छूटने एवं कई राज्यों में चल रहे मुकदमों में हो रहे खर्चो से आर्थिक तंगी व अन्य कोई काम न जानने के कारण हरिद्वार आया व अपने साथी के साथ मिलकर बहादराबाद क्षेत्र से थार चोरी को अंजाम दिया। पता चला कि आरोपी मेवात में थार बेचने की फिराक में थे।