लक्सर।
करीब सवा माह पूर्व प्रतापपुर गांव में अवैध खनन की जांच करने गए लेखपाल के साथ ग्राम प्रधान व उसके साथियों द्वारा मारपीट करने व सरकारी कागजात फाडने के मामले में दर्ज मुकदमे में अभी तक फरार चल रहे मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान को पुलिस ने रोहालकी गांव से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मारपीट के दौरान क्षतिग्रस्त खसरान रजिस्टर को भी आरोपित कि निशादेही पर बरामद कर लिया है। जबकि दो आरोपित अभी पुलिस की पकड से बाहर है।
कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार विगत 11 जून को लेखपाल अंजू कुमार प्रतापपुर गांव में अवैध खनन की शिकायत मिलने पर मामले की जांच करने के लिए मौके पर गया था। इसी दौरान प्रतापपुर के ग्राम प्रधान ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट कर दी थी। इसके बाद लेखपाल अंजू कुमार ने कोतवाली में तहरीर देकर प्रतापपुर के ग्राम प्रधान रोनिक कुमार पुत्र राजकुमार, राजकुमार, रवि कुमार पुत्र राजकुमार निवासीगण प्रतापपुर द्वारा उसके साथ गाली गलोच कर सरकारी कार्य में बाधा डालना व दस्तावेज क्षतिग्रस्त कर उसके गले से सोने की चैन व मोबाइल फोन छीनकर ले जाने का आरोप लगाया था। तहरीर के आधार पर घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। आरोपियों की तलाश की जा रही थी। वही उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपितों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस को निर्देशित किया गया था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण ने बताया कि पुलिस टीम घटना के दिन से ही आरोपितों की तलाश कर रही थी। आरोपितों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। वहीं आरोपित अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहे थे। कोतवाल ने बताया कि रविवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने कड$ी मश्कत के बाद मुख्य आरोपित रोनिक कुमार पुत्र राजकुमार को भगवानपुर थाना क्षेत्र के रोहालकी गांव से गिरफ्तार किया है। उसकी निशादेही पर राजस्व उपनिरिक्षक के क्षतिग्रस्त खसरान रजिस्टर को बरामद कर लिया गया है। जबकि दो आरोपित अभी भी पुलिस की पकड$ से बाहर है। आरोपित ग्राम प्रधान को गिरफ्तार करने वाली टीम में लक्सर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथाण, कोतवाली के एसएसआई मनोज गैरोला, उपनिरिक्षक कमलकांत रतूड$ी, हेका. रियाज अली, विनोद कुमार, पंचम प्रकाश, मनोज मलिक आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि आरोपी ग्राम प्रधान की गिरफ तारी समय पर ने होने को लेकर जिले भर के लेखपाला द्वारा काम बंद कर लकसर तहसील में हडताल की जा रही थी। जिसके चलते जनपद भर में लेखपाल द्वारा किये जाने वाले सभी कार्य ठप्प हो गये थे। एक माह लकसर में धरना देने पर भी जब प्रधान की गिरफतारी नही हुई तो लेखपालो द्वारा जिला बीते 17 जुलाई से जिला मुख्यालय पर धरना शुरू कर दिया था। जिसमें उनके समर्थन में चकबंदी विभाग और मिनिस्ट्रियल कर्मचारी भी समर्थन में आ गये। जिसके बाद ग्राम प्रधान को गिरफतार किया गया।