-साजिद पर फयर झोकने वाला पांच हजार का इनामी जावेद अभी भी है
फरार
-आला अफसरो से मिलने के बाद भी नही मिली सुरक्षा
पथरी।
डर सबको लगता है गला सबका सूखता है यह लाइन अपने टीवी मे आते विज्ञापनों में सुनी होगी लेकिन गांव नसीरपुर कला में यह लाइन सटीक साबित हो रही है जहां डर के मारे समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अपनी स्कूटी से गांव का भ्रमण भी भूल गए हैं। घटना 2 जुलाई की है जब गांव में गोकशी ना करने की हिदायत देने के लिए कांग्रेसी नेता इरशाद अली के आवास पर गांव में बैठक बुलाई गई थी। गोकशी करने वालों को पुलिस ने हालांकि अपने बलबूते पर गिरफ्तार किया था। लेकिन आरोपियों को पकड$वाने का आरोप ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पर लगाया गया तो इस बात को लेकर बहस हो गई। जिसमें इकरार अली के पुत्र जावेद ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि साजिद अली पर फायर झोंक दिया था। तब साजिद अली ने इरशाद अली के घर में घुसकर बमुश्किल जान बचाई थी। आनन फानन में साजिद अली के गिरने से ही उसकी जान बच गई थी और कुछ कारतूस के छर्रे इरशाद अली की गाय के लगे थे। इस मामले में पुलिस ने अभी तक 6 आरोपियों में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया है। जबकि मुख्य आरोपी अभी पुलिस पकड से बाहर है। जिस पर पहले से अन्य प्रदेशों में भी कई मुकदमे चल रहे हैं। पथरी थाना अध्यक्ष रमेश तलवार ने बताया इस प्रकरण का मुख्य आरोपी जावेद अली पुत्र इकरार अली पर पांच हजार का इनाम रखा हुआ है। जिसकी धर पकड के लिए पूरे प्रयास किया जा रहे हैं। डर की बात यहीं से ही पैदा होती है कि जो व्यक्ति बेखौफ होकर करीब ढाई सौ व्यक्तियों के बीच गोली चलाने की हिम्मत करता हो और वह आरोपी अभी तक पुलिस पकड$ से बाहर हो तो डर लगना लाजमी है। वहीं दूसरी तरफ साजिद अली का कहना है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर खासे चिंतित हैं। वह सपा के युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रहे चंद्रशेखर यादव के नेतृत्व में हरिद्वार एसएसपी एवं डीजीपी अशोक कुमार से भी मिल चुके हैं। लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिली है।