डोईवाला/ देहरादून
संजना राय।
शुगर मिल परिसर में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में अधिशासी निदेशक डीपी सिंह द्वारा ध्वजारोहण किया जाना था की ध्वजारोहण से पूर्व ही सुरक्षाकर्मी से अचानक गोली चलने पर कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। इस घटना में अधिशासी निदेशक घायल हो गये। इसके बावजूद अधिशासी निदेशक द्वारा राष्ट्रध्वज का सम्मान करते हुए शुगर मिल डोईवाला में ध्वजारोहण किया साथ ही राष्ट्रगान एवं संविधान उद्देशिका / शपथ पूर्ण करवायी गयी तथा कर्मचारियों/अधिकारियों एवं कृषकों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए सम्बोधित भी किया। जानकारी के अनुसार दर्द ज्यादा बढ़ने पर उनके द्वारा अपने सम्बोधन को शीघ्र पूर्ण कर अपनी वाणी को विराम दिया गया। घायल शुगर मिल के अधिशासी निदेशक का इलाज देहरादून के एक अस्पताल में किया गया। जिसके बाद उन्होंने शाम तक अपने रुटीन के कार्यों को भी किया। बताया गया कि शुगर मिल में ध्वजारोहण के बाद हर्ष फायरिंग की परंपरा है, इसी दौरान सुरक्षाकर्मी से ध्वजारोहण से पूर्व ही गोली चल गई। जिसके 312 बोर के छरें निकलकर अधिशासी निदेशक के पेट में लगे लेकिन घटना होने के बावजूद भी उन्होंने ध्वजारोहण किया।उक्त घटना में घायल होने के बावजूद अधिशासी निदेशक डीपी सिंह द्वारा राष्ट्रध्वज का जिस तरह से सम्मान किया गया, वो उनके राष्ट्रप्रेम की भावना एवं संविधान के प्रति सच्ची निष्ठा को दर्शाता है। ऐसे कर्मठ एवं जूझारू अधिकारी उत्तराखण्ड राज्य के लिए गौरव की बात है।
वही उक्त घटना में सुभाष सिंह पुत्र रामलाल, सुरक्षाकर्मी को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। उक्त घटना की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है।