हरिद्वार।
कुंभ मेला 2021 से पूर्व सरकार पर नेशनल हाईवे बनाने का बडा दबाव था। आनन—फानन में बनाए गए नेशनल हाईवे के फ्लाईओवर अब 2 साल में ही जवाब देने लगे हैं। जगह जगह से फ्लाईओवर की लोहे की प्लेट उखड रही है तो सीमेंट में लगा प्लास्टर टूटता हुआ नजर आ रहा है। वर्ष में 40 बडे त्योहारों और मेलो का शहर हरिद्वार में बनाए गए नेशनल हाईवे 58 के फ्लाईओवर की गुणवत्ता 2 वर्षों में ही जवाब दे गए हैं। इसका नमूना प्रेम नगर आश्रम तिराहा के ऊपर से गुजर रहे फ्लाई आेवर में देखने को मिला। एक पिलर के ऊपर से पुल का एक हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिसके नीचे जोड में लगी लोहे की प्लेटें भी गल चुकी हैं। पुल के ऊपर डाले गए लिंटर के अंदर लगाए जाने वाला लोहे का जाल पूरी तरह पारदर्शी हो चुका है। वहीं इस पिलर से अगले पिलर पर भी ठीक ठाक क्रैक देखा जा सकता है। वहां से भी सीमेंट का प्लास्टर उखडा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि बीते 2 महीने पूर्व चंडी घाट के ऊ पर से गुजरने वाला फ्लाईओवर भी क्षतिग्रस्त हुआ था, जिसको प्राधिकरण द्वारा करीब 20 दिन बंद रखकर रिपेयर किया गया था। सोचने का विषय यह है कि जिस फ्लाई आेवर के ऊ पर से हेवी लोड वाहन 100 से अधिक की गति में फुल लोड चलते हैं। वह कितने मजबूत है धर्मनगरी हरिद्वार में प्रतिवर्ष 40 से अधिक बडे त्यौहार और मेले आयोजित किए जाते हैं। जिनमें लाखों से करोडो की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। वहीं बीते कांवड मेले और लक्खी स्नानों पर हाईवे पर लगे गाडियों के जाम भी देखे गए हैं। हाईवे में इस प्रकार के क्रैक का आना कभी भी बडी घटना के सबब भी बन सकते हैं। इस संबंध में जब प्रोजेक्ट डायरेक्टर नेशनल हाईवे 58 प्रदीप गोसांई से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह क्रैक 1 सप्ताह पूर्व देखा गया था। तभी से इसको रिपेयर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे कई क्रैक अभी तक रिपेयर किए जा चुके हैं। बताया कि कुंभ मेले से पहले समय से पूर्व सभी कार्य संपन्न किया जाना था, जबकि फ्लाई ओवर बनने के बाद भी 28 से 45 दिन उसको खाली रखा जाता है।














































