-कक्षा आठ तक मान्यता प्राप्त मदरसे में चल रही इंटर तक की कक्षाएं
पथरी।
देश के भविष्य के निर्माता कहे जाने वाले छोटे-छोटे बच्चे की शिक्षा का प्रबंधन का दायित्व जिले के तमाम अधिकारियों के कंधे पर होता है अधिकारियों की शिथिलता का फायदा उठाते हुए कुछ मदरसा प्रबंधक विभाग के दिशा निर्देश की अवहेलना करते हुए अपने मनमानी कर रहे हैं। इसकी एक नजीर मुस्तफाबाद पदार्था स्थित गरीब नवाज मदरसे में देखी गई जहां सरकार द्वारा बच्चों को नि:शुल्क दी जाने वाली एनसीईआरटी की किताबें की जगह प्रबंधक और प्रधानाचार्य पैसे कमाने के चक्कर में एनसीईआरटी की किताबें मिलने के बावजूद भी प्राइवेट कोर्स बांट रहे हैं। जिसकी अच्छी खासी कीमत वसूली जा रही है। हालांकि इस मदरसे के प्रधानाचार्य शराफत अली उर्फ हुसैन अली ने स्वीकार किया की दो—चार किताबें अपनी लगा रखी है। संबंधित एनपीआरसी केपी शर्मा ने बताया की सभी कक्षाओं की किताबें दी जा चुकी है केवल कक्षा तीन और कक्षा आठ की कुछ किताबें नहीं आई है। जिन्हें मिलने पर शीघ्र वितरित की जाएगी। तो वही नर्सरी के बच्चों के ऊपर इस भीषण गर्मी में भी पंखों की कोई व्यवस्था नहीं देखी गई। कक्षा आठ तक मान्यता प्राप्त इस मदरसे में इंटर तक की कक्षाएं भी संचालित हो रही है। मदरसे के प्रधानाचार्य से जब मिड डे मिल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया भोजनमाता आने में थोड़ी आज लेट हो गई है। हालांकि मिड डे मिल के मामले में एक दो मदरसों को छोडकर सभी का यही हाल है बेसिक शिक्षा अधिकारी आशुतोष भंडारी से से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा मामले की जांच कराई जाएगी।