लक्सर।
कुछ दिन पूर्व कोतवाली लक्सर क्षेत्र में नाबालिक के साथ सामूहिक दुष्कर्म की एक हृदय विदारक घटना सामने आई थी। जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया था। उक्त मामले मे बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपित व लालची, षड्यंत्रकारी मुंहबोले चाचा सहित छ आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी को झकझोरने वाली इस घटना पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह एवं सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल को “सच सामने लाने” के लिए निर्देशित किया था। कोतवाली से मिली जानकारी के अनुसार विगत 18 फरवरी को कान्हापुर रुडकी निवासी फारुख द्वारा कोतवाली लक्सर पर अपनी नाबालिग भतीजी के साथ आठ व्यक्तियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की लिखित शिकायत दी थी। जिस पर कोतवाली लक्सर में घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया था। तथा एससएसपी के निर्देश पर मामले का सच सामने लाने के लिए विशेष टीमें गठित की गईं थी। जांच के दौरान पुलिस टीम द्वारा पीडिता का मेडिकल एवं धारा 164 के तहत कोर्ट में बयान अंकित करवाए गए। बयानों के पश्चात घटनाक्रम ने एक नया हैरतअंगेज मोड़ सामने आया। जिसमें दुष्कर्म जैसे मानवता को शर्मसार कर देने वाले मामले में भी रुपए कमाने की भूख और लगे हाथों अपने दुश्मनों को जेल भिजवाने की गहरी साजिश की बात सामने आई। कोतवाली के एसएसआई मनोज गैरोला ने बताया कि किशोरी रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के साथ रहती थी जबकि किशोरी की मां जो मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं थी रेलवे स्टेशन की तरफ कहीं रहती थी। दूर के रिश्ते का मामा नसीम ने अपने साथियों अब्दुल रहमान, मुनीश आदि के साथ जब कुछ महीनों तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया तो किशोरी वहां से भाग कर रेलवे स्टेशन में अपनी मां के पास आ गई। बताया गया है कि थोड़े समय पश्चात जब इस बात की मोटी मोटी जानकारी फारुख को पता चली तो फारूख ने किशोरी को पूरी तरीके से अपने विश्वास में लिया और विपक्षियों को कड़ी सजा दिलवाने के बहाने अपने साथ ले आया। एसएसआई ने बताया कि किशोरी ने फारुख को चाचा कहना शुरू कर दिया और मदद की आस में किशोरी अपनी मां के साथ अपने “मुंहबोले चाचा फारुख” के पास आ गई। पूरी जानकारी होने पर कथित चाचा फारुख ने मौका देखकर विक्षिप्त महिला (मां) को वहां से भगा दिया और अपने साथियों गुलशाद, अहसान एवं नफीस के साथ मिलकर मौके का फायदा उठाने की प्लान बना ली। तथा उन्होंने गांव के अपने पुराने मामले में “रंजिश के तहत” विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम हमारे बताए हुए नाम वाले लोगों को भी पुलिस को और बाद में कोर्ट में भी बताना। इसी षडयंत्र के तहत पीड़िता को बयान देने के लिए तैयार किया गया और पूरी तैयारी के साथ विगत 18 फरवरी को कोतवाली में आठ लोगों नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम, साजिद व अहसान के खिलाफ नामजद दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया। सम्मिलित आरोपियों सहित गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना गया। जिसे पुलिस अधिकारियों की सूझबूझ ने नाकाम कर दिया। उन्होने बताया कि पीडिता के 164 के बयानों में इन सभी बातों का खुलासा होने पर गठित पुलिस टीमों ने पीड़िता को विश्वास में लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए बुधवार को दुष्कर्म के आरोपी नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान व मुनीश को जैनपुर खुर्द से तथा पैसे कमाने के लालच में षड़यन्त्रकारी मुंह बोले चाचा फारुख (वादी मुकदमा), गुलशाद व अहसान को ग्राम जैनपुर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाली के वउनि मनोज गैरोला, मउनि गीता चौहान, उनि हरीश गैरोला, उनि दीपक चौधरी, हेकानि शूरवीर सिह, हेकानि भूपेन्द्र सिह व कानि सन्दीप कुमार आदि पुलिसकर्मी शामिल रहे।