उत्तराखंड राजनीति हरिद्वार

बेगम के नाम पर राजनीति करने पहुचे शोहर, फिर हुआ ऐसा

और आखिर प्रधान पति को कुर्सी छोड़ बैठना पड़ा जनता के बीच…
 हरिद्वार/ कालू वर्मा।
पथरी क्षेत्र के गांव नसीरपुर कला में उच्च अधिकारियों के निर्देशन के बाद आयोजित होने वाली समीक्षा बैठक में निर्वाचित ग्राम प्रधान के बजाए कुर्सी पर बैठे प्रधान पति साजिद अंसारी जा कर बेठ गए जिससे समीक्षा बाथक मे पहुची जिला सैनिक कल्याण अधिकारी डॉ सविता पवार के बीच नोक झोक हो गई। डॉक्टर सविता पवार ने बैठक को पूर्व निर्धारित बताते हुए गांव में हुए विकास कार्यों की समीक्षा और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने हेतु नसीरपुर कला गांव में बैठक प्रस्तावित थी। जिसकी अध्यक्षता ग्राम प्रधान को करनी थी परंतु इस बैठक में ग्राम प्रधान गुलनाज अंसारी के सठसन पर उनके पति साजिद अंसारी प्रधान की कुर्सी पर बैठ गए। तब डॉक्टर पवार ने प्रधान के परिचय के विषय में पूछा तो साजिद अंसारी ने अपना परिचय प्रधान पति के रूप में दिया।  अधिकारी ने जब पूछा प्रधान कहां है तो साजिद ने प्रधान के बीमार होने का हवाला देते हुए प्रतिनिधित्व करने की बात कही। अधिकारी ने इसे असवैधानिक बताते हुए प्रधान पति को प्रधान की कुर्सी से उठाते हुए जनता के बीच बैठने के लिए कहा।  समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष एवं प्रधान पति साजिद अंसारी ने जिला सैनिक सैनिक कल्याण अधिकारी पर अपनी नेतागिरी का भी रोब ग़ालिब करना चाहा परंतु उनकी एक न चली और आखिर उन्हें कुर्सी छोड़कर जनता के बीच बैठना पड़ा।  लेकिन वहां पर भी उन्होंने सरकार के कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए, परंतु डॉक्टर सविता पवार ने कहा कि आगामी बैठक
निर्वाचित ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में ही संपन्न कराई जाएगी।  ग्राम प्रधान प्रतिनिधि साजिद अंसारी ने कहा की प्रधान पति को प्रधान की अस्वस्थ या अनुपस्थित होने पर प्रतिनिधित्व करने का अधिकार होना चाहिए जबकि डॉक्टर अनीता पवार का कहना है कि ऐसा होना नियम विरुद्ध है।
https://youtu.be/V6xD6azRmUM?si=AVDistp1Eup2fL9o

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