हरिद्वार।
आईजी प्रशिक्षण व फायर अनंत शंकर ताकवाले ने कावड$ मेला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मेला क्षेत्र के होटल व धर्मशालाओं में तैनात फायर यूनिटों का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कार्य के प्रति सतर्कता बरतने व कोई भी लापरवाही बर्दाश्त न करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने नोडल अधिकारियों को ड्यूटी चेक करने व किसी भी घटना की जानकारी तत्काल उच्च अधिकारियों को देने के निर्देश दिए।
शनिवार को पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण एवं अग्निशमन अनंत शंकर ताकवाले कावड$ मेला क्षेत्र में अग्निकांड संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण करने हरिद्वार पहुंचे। यहां उन्होंने हर की पौड़ी, मोती बाजार, अपर बाजार, गऊ घाट, ठंडा कुआं, कांवड$ पटरी व कनखल आदि क्षेत्रों में स्थित होटल धर्मशाला एवं कावड$ मेला क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा की दृष्टि से लगी बैकपैक सेट फायर यूनिटों का बारीकी से निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि कावड$ मेला में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मेला क्षेत्र में लगे अग्निशमन अधिकारी, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी, फायर कर्मियों को निर्देशित किया कि सतर्कता पूर्वक ड्यूटी का निर्वहन करें। किसी भी अग्नि दुर्घटना होने पर तत्काल कार्रवाई करें, क्योंकि किसी भी अग्निकांड में रिस्पांस टाइम सबसे महत्वपूर्ण बिंदु होता है। आईजी ने कहा कि आने वाले कावड$ श्रद्धालुओं से नम्रता पूर्वक व्यवहार करें। निर्धारित वर्दी एवं अनुशासन में रहकर ड्यूटी का निर्वहन करें। मेला क्षेत्र में लगे सभी जोनल व सुपर जोनल अधिकारी का मोबाइल नंबर की सूची सभी यूनिट प्रभारी अपने पास अवश्य रखें एवं आसपास लगे फायर हाइड्रेंट की जानकारी भी होना नितांत आवश्यक है, किसी भी अग्निकांड में फायर हाइड्रेंट जलापूर्ति का एकमात्र संसाधन होता है। उन्होंने निर्देशित किया कि कावड$ मेला क्षेत्र में लगी बैकपैक से ड्यूटियां भ्रमणशील रहें। अपनी ड्यूटी पॉइंट के अलावा आसपास ड्युटी पॉइंट से भी संपर्क बनाए रखें। उनके द्वारा मुख्य अग्निशमन अधिकारी/नोडल अधिकारी कावड$ मेला अग्निशमन एवं अन्य जनपद से आए अग्निशमन अधिकारी/प्रभारी अग्निशमन अधिकारियों को निर्देशित किया कि समय—समय पर ड्यूटियों को चेक करते रहे। लाभप्रद सूचनाओं से कावड$ मेला सेल हरिद्वार एवं उच्चाधिकारियों को समय से अवगत कराएं। निरीक्षण के दौरान मुख्य अग्निशमन अधिकारी वंश बहादुर यादव, अग्निशमन अधिकारी मायापुर बीरबल सिंह, अग्निशमन अधिकारी चन्दन राम आर्य मौजूद रहे।














































