लोकसभा चुनाव से अपना पॉलिटिकल सिंबल स्कोर सुधारने में जुटे माननीय
हरिद्वार।
पहले उत्तराखंड मंत्री मंडल से हटाए गए और फिर प्रदेश अध्यक्ष के पद से कार्य मुक्त किये गए हरिद्वार विधायक मदन कौशिक अपना “पॉलिटिकल सिबिल स्कोर ” ठीक करने में जुटे हुए हैं।
वर्ष 2009 से लोक सभा चुनाव जीतकर संसद में जाने के लिए आतुर मदन कौशिक अनेको उपक्रम करते रहे है , लेकिन माननीय सफल नहीं हो पा रहे है
बीते विधानसभा चुनाव के बाद कई गंभीर आरोप उनका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं । बीते चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के विरुद्ध कार्य कर चुनाव हराने का आरोप , पारिवारिक ट्रस्ट के नाम से संपत्ति इक्कट्ठा करना, जैसे गंभीर आरोप उन पर हैं । हालांकि हम इन आरोपों की पुष्टि नहीं करते हैं ।
लेकिन ये आरोप उनका देहरादून से लेकर दिल्ली तक का राजनीतिक सफर का रास्ता जरूर रोक रहे है।
इन आरोपों से वे राजनीतिक रूप से पीछा छुड़ाना चाहते है । इसके लिए मदन कौशिक 2024 के पार्टी लोकसभा प्रत्याशी त्रिवेंद्र रावत को हरिद्वार लोकसभा की 14 विधानसभा सीटों में से एक हरिद्वार विधानसभा से सर्वाधिक मतों से जिताना चाहते है।
इसके लिए उन्होंने खासी रणनीति तैयार की है। उन्होंने कई दौर की बैठक कर अपने पालिका वार्ड सदस्यों , मंडल अध्यक्षो से मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर खासा जोर दिया है।
दूसरी बात एक और हैं जो भाजपा के पक्ष में जाती दिखाई दे रही है । वह यह है कि हरिद्वार विधानसभा क्षेत्र में कई हज़ार ऐसे मतदाता, मतदाता सूची में पाये गए थे जो अपने निवास स्थान पर नही मिले थे।
बीएलओ की संस्तुति के बावजूद ऐसे मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से अंतिम प्रकाशन से पूर्व नही कट सके । हमने कई स्तरों पर इसकी आधिकारिक पुष्टि करने की कोशिश की लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई।
वरिष्ठ पत्रकार श्री आदेश त्यागी जी के सोशल मीडिया वाल से