एलान पूर्व मुख्यमंत्री गन्ना किसानों के पक्ष में 9 मई को देंगे धरना गन्ना किसानों का बकाया बनेगा संसदीय चुनाव का मुद्दा: हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री 9 मई को गन्ना किसानों के पक्ष में देंगे धरना। यह बात उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखी है उन्होंने कहा कि मेरे दोस्त मुझसे कह रहे हैं कि 9 मई तक चीनी मिलें बंद हो जाएंगी। मैंने जानबूझकर 9 मई और यह समय छांटा है ताकि चीनी मिलें बंद हो जाने के बाद भी सरकार को याद रहे कि हमने इकबालपुर चीनी मिल के किसानों का 200 करोड़ रुपए के करीब बकाया धनराशि का भुगतान करवाना है या करना है। सरकार को याद रहे कि हमने गन्ना किसान का जो अपमान किया है उसकी प्रतिपूर्ति 1,2,5 जितना दे सको, किसान को प्रति कुंटल बोनस की घोषणा कर अपनी भूल को आप सुधार सकते हो। उत्तराखंड की घोषित नीति थी कि हम उत्तर प्रदेश से ₹1 प्रति क्विंटल ज्यादा देंगे, क्योंकि गन्ना हमारे राज्य के एक बड़े हिस्से की आर्थिकी का आधार है अर्थात राज्य की आर्थिकी का भी आधार है, पहली बार चीनी उद्योग के सक्षम होते हुए भी इस सिद्धांत का पालन नहीं किया गया है। मेरा यह धरना इसी उद्देश्य को लेकर है। मगर मैं सरकार को इस धरने के माध्यम से साफ चेतावनी भी दे रहा हूं, यदि आप इसका कुछ भी समाधान नहीं निकालोगे, इन दोनों प्रश्नों का तो यह चुनावी मुद्दा भी बनेगा और 2024 में सशक्त मुद्दा बनेगा और मैं कोई इकबालपुर चीनी मिल पर धरने से मामले को समाप्त नहीं करूंगा। इसके बाद जून के महीने में तपती दोपहरी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने भी एक घंटा तप करूंगा, किसानों के सम्मान के लिए और सरकार की सद्बुद्धि के लिए। कांग्रेस हमेशा गन्ना किसानों और गन्ना उत्पादकों के लिए समर्पित रहेगी।