हरिद्वार।
लकसर कोतवाली पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी और सुनार के साथ हुई लूट की घटनाओं का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों के गिरफ्तार किया है। फाइनेंस कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने ही साथियों के साथ मिलकर दोनों घटनाओं को अंजाम दिया था।
लक्सर कोतवाली में पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह ने बताया कि 18 मई को घर लौट रहे सुनार का काम करने वाले रोहित सैनी निवासी पंचेवली लक्सर के साथ मोटर साइकिल सवार तीन बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देते हुए जेवरात व नकदी से भरा बैग छीन लिया था। इसके बाद 20 मई को फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारी गजेन्द्र सिह निवासी हाथरस उत्तर प्रदेश की आंख में मिर्ची डालकर अज्ञात बदमाशों ने नकदी, टेब व अन्य दस्तावेज लूट लिए थे। मुकदमा दर्ज करने के बाद घटनाओं के खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम ने जांच पड़ताल करते हुए घटना के मास्टर माइन्ड फाइनेन्स कम्पनी के पूर्व कर्मचारी शुभम पुत्र सुरेश निवासी ग्राम रोहालकी खानपुर एवं लूटपाट में शामिल उसके दो अन्य साथियों मुकुल पुत्र वीरेंद्र निवासी केहडा लक्सर व अंकुश पुत्र जोत सिंह निवासी रोहालकी को रायसी लक्सर रोड स्थित सैदाबाद तिराहा से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से तीन तमंचे, 4 कारतूस, 60 हजार रुपए कीमत के जेवरात, 26 हजार रुपए की नकदी, बैग, लूट के पैसों से खरीदी गई मोटरसाइकिल व अन्य दस्तावेज के साथ वारदातों में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर ली। एसपी देहात ने बताया कि शुभम बी.कॉम, अंकुश बारहवीं तथा मुकुल हाईस्कूल पास है। तीनों आपस में दोस्त हैं। शुभम पहले भारत फाइनेंस कंपनी में काम कर चुका था। फिलहाल तीनों दोस्त बेरोजगार थे। तीनों शराब के शौकीन हैं, नशे के खर्चे पूरे करने के लिए कहीं कोई रास्ता न देख शुभम द्वारा बतायी गई जानकारी पर तीनों दोस्तों ने पहले घर जा रहे सुनार को अपना निशाना बनाया और फिर कलेक्शन लेकर लौट रहे फाइनेंस कर्मी को। अंकुश व शुभम ने फरवरी में गंगनहर क्षेत्र में भी एक व्यक्ति से नकदी व मोबाइल फोन लूटने की घटना को स्वीकार किया है। पुलिस टीम में सीआे लक्सर निहारिका सेमवाल, कोतवाली प्रभारी राजीव रौथाण, एसएसआई मनोज गैरोला, एसआई लोकपाल परमार, एसआई दीपक चौधरी, हेडकांस्टेबल विनोद कुमार, अरविन्द भाटी, कांस्टेबल सचिन कुमार, किशोर नेगी, विनय थपलियाल, टीकम सिंह शामिल रहे।