हरिद्वार।
हरिद्वार ट्रेवल एसोशिएशन के महामंत्री सुमित श्रीकुंज ने कहा कि चारधाम यात्रा आज केवल पैसे वालों की यात्रा बनकर रह गई है। आनलाइन रजिस्ट्रेशन लोगो ने पहले से ही करा रखें हैं जिनकी जांच हो तो उनमें से लगभग 4 प्रतिशत लोग आए ही नही हैं। अनेक लोग केवल रजिस्ट्रेशन करा कर छोड देते हैं आते नहीं हैं। जबकि इसके कारण स्लाट फुल हो जाता है और आफलाइन वाले सामान्य वर्ग व गरीब किसान जिन्हें न तो रजिस्ट्रेशन करना आता है न ही देश के कई गांव में पर्याप्त इंटरनेट व्यवस्था है। एेसा वर्ग साल भर अपनी आमदनी से पैसा जोड$कर अपने परिजनों व बुजुर्गों को यात्रा करने का सपना लेकर उत्तराखण्ड आ रहा है जिसे यहां पंजीकरण नहीं मिल रहा। यहां दस दस दिनों से रुकने के कारण उनका बजट गडबड$ा रहा है। कुछ लोग तो परेशान होकर वापिस चले जा रहे हैं। क्या यात्रा करने का अधिकार सिर्फ लाखो रुपये के पैकेज बुक कराकर आने वालों को ही है। या सिर्फ आनलाइन वालों को ही प्राथमिकता है। सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए जिससे आम व गरीब आदमी की भावनाएं भी आहत न हों। सभी को दर्शन का लाभ मिलना चाहिए। आनलाइन रजिस्ट्रेशन क्षमता से केवल 4 प्रतिशत ही होने चाहिए बाकी सभी की व्यवस्था आफलाइन होनी चाहिए। आनलाईन व्यवस्था में पिछले बार भी एेसा हुआ था कि अनेक लोग पंजीकरण कराने के बावजूद यात्रा पर नहीं आए थे लेकिन उसके बावजूद कोई अनुभव नहीं लिया गया। विशेषकर पैकेज बुक करने वाले यात्री की जांच जरूर होनी चाहिए जो तारीख से छेडछाड कर आये उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही व पैकेज वाले यात्री का यदि रजिस्ट्रेशन नही हुआ तो उसको भी यात्रा करने का अधिकार नही होना चाहिये। लोग रजिस्ट्रेशन नही करा रहे सीधा लाखो का पैकेज लेकर प्री बुङ्क्षकग का हवाला देकर बिना रजिस्ट्रेशन के जाने का प्रयास कर रहे हैं।