हरिद्वार।
उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष पं. राजेन्द्र अंथवाल की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गोवंश के प्रति जनपद में उठाये गये कदमों तथा किये जा कार्यों के सम्बन्ध में एक समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पीएल शाह ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से गोवंश के प्रति जनपद में उठाये गये कदमों तथा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष ने नगर निगम रूडकी के अधिकारियों से गोवंश के प्रति किये जा रहे कार्यों के संबंध जानकारी ली जिसमें बताया कि ग्राम सालियर में गौसदन के निर्माण कार्य हेतु ई-निविदा आमंत्रित की गयी थी। संबंधित फर्म ने यह कार्य संतोषजनक रूप से पूर्ण कर दिया है तथा गौसदन के निर्माण के उपरान्त अप्रोच सड$क का भी निर्माण कर दिया गया है, इसका संचालन जल्दी ही प्रारंभ कर दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त गौवंश हेतु एक और केंद्र विकसित करने हेतु डीपीआर तैयार कर दी गयी है। जिसके लिये शीघ्र ही निविदा आमंत्रित की जायेगी। बैठक में बताया कि गौवंश की रक्षा हेतु चालान टीम का गठन कर गाय को लावारिस छोडने वालों के प्रति चालान की कार्यवाही की जा रही है। पं. राजेन्द्र अंथ्वाल ने बैठक में नगर निगम हरिद्वार के अधिकारियों से गोवंश के प्रति उठाये गये कदमों के बारे में बताया कि ग्राम सराय में 50 गायों की क्षमता वाले गौशाला के निर्माण हेतु भूमि का चयन कर निविदा आमंत्रित की जा चुकी है, सम्बन्धित एल—1 फार्म को कार्यादेश जारी किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। इस पर आयोग के अध्यक्ष ने इस दिशा में और तेजी लाने के निर्देश दिये। बैठक में श्री अंथ्वाल ने नगर पालिका परिषद् शिवालिक नगर के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली। बताया कि गौ सदनों के निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराये जाने के संबंध में निदेशक शहरी विकास निदेशालय, देहरादून से अनुरोध किया गया है तथा पालिका क्षेत्रान्तर्गत निराश्रित गौवंश को निकाय के निकट गौशाला में सुरक्षित भेजने की कार्यवाही गतिमान है। बैठक में नगर पंचायत पाडली गुर्जर के अधिकारियों ने बताया कि चावमंडी रूडकी के पनियाला चंदापुर में वर्तमान में गोवंश की संख्या 15 है तथा 15 अतिरिक्त गौवंश की क्षमता हेतु डीपीआर शासन को प्रस्तुत कर दी गई है। बैठक में नगर पालिका परिषद लक्सर के अधिकारियों ने गोशाला के निर्माण हेतु लक्सर में भूमि चयनित की गई है, जिसकी लगभग 78 लाख की डीपीआर तैयार कर स्वीकृति हेतु शासन को प्रेषित की गयी है। जिसमें 5 गोवंश को रखा जा सकता है। वर्तमान में निकाय एवं स्वयंसेवी संस्थाआें द्वारा आेवर ब्रिज के नीचें अस्थाई गोशाला संचालित की जा रही है। उत्तराखण्ड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष पं राजेन्द्र अंथ्वाल ने कहा कि वे गो सेवा के प्रति जो भी कदम उठायेंगे आयोग का उसमें पूरा सहयोग प्राप्त होगा। उन्होंने अधिकारियों को गोशाला आदि के निर्माण के संबंध में दिशा— निर्देश भी दिये। इस अवसर पर एसडीएम अजय वीर ङ्क्षसह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश शर्मा सहित संबंधित पदाधिकारी तथा अधिकारी उपस्थित थे।