हरिद्वार।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि जनपद हरिद्वार में मोदी की उपलब्धि क ा बखान करने वाली आयुष्मान योजना को कुछ निजी हास्पिटल संचालक स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से बदनाम करने में लगे है। आयुष्मान योजना का लाभ सही ढंग से शहर की जनता को नहीं मिल पा रहा है। आयुष्मान कार्ड से मिलने वाले उपचार के नाम पर कुछ निजी हास्पिटलों द्वारा मनमानी की जा रही हैं, जिससे जनता परेशान है। जिसके सम्बंध में कुछ निजी हास्पिटल संचालकों की मनमानी की शिकायतें आयुष्मान कार्ड धारकों से मिल रही है। कहा कि कांग्रेस की मांग हैं कि प्रदेश की भाजपा सरकार को इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराते हुए इस खेल में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाही की जाए। वरना कांग्रेस जनता की शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए सडकों पर उतर का बडा आंदोलन करेगी। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। केन्द्र व भाजपा की राज्य सरकारें आयुष्मान योजना के जरिये जनता को पांच लाख का मुफ्त इलाज दिलाने का दावा करते हुए अपनी बडी उपलब्धि बताती है। लेकिन जनता से मिल रही शिकायतों को देखा जाए तो आयुष्मान कार्ड पर उपचार देने के नाम पर जनपद हरिद्वार में कुछ निजी हास्पिटलों द्वारा बडा खेल खेला जा रहा है। आरोप लगाया कि कुछ निजी हास्पिटलों द्वारा यह खेल स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से खेला जा रहा है। बताया जाता है गठजोड को शहर के कुछ सत्तारूढ दल के बडे नेताओ का संरक्षण प्राप्त है। शहर में इतने बडे स्तर पर चल रहे खेल पर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी आंखे मूंदी हुई है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग आयुष्मान कार्ड से कोई उत्पीडन ना होने की बात कहते हुए ऐसी शिकायतों को नकारते हुए निजी हास्पिटलों को क्लीन चिट दे रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे है। स्वास्थ्य विभाग की एेसे निजी हास्पिटलों को बचाने के पीछे आखिर वजह क्या हैं यह तो स्वास्थ्य विभाग और अधिकारी ही जानते है। स्वास्थ्य विभाग मान रहा हैं कि जनपद में किसी प्रकार की कोई मनमानी आयुष्मान कार्ड धारकों के साथ निजी हास्पिटल द्वारा नहीं की जा रही है। जो कि सीधे—सीधे उन निजी हास्पिटलों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है जिनपर आरोप है।
उन्होंने कहा कि भले ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षेत्र के दो नामचीन निजी हास्पिटलों को क्लीनचीट दी जा रही हो, लेकिन जनपद हरिद्वार की जनता सब जानती है और सही समय पर इस का जबाब भी देगी। लेकिन हैरान करने वाली बात हैं कि जनपद में भाजपाई ही मोदी जी की उपलब्धि भरी आयुष्मान योजना को सही ढंग से पालन नहीं करा पा रहे है। जबकि उत्तराखण्ड में भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार है। आयुष्मान योजना के पीछे के चल रहे खेल के पीछे आखिर कौन लोग हैं, जिसके दबाब में स्वास्थ्य विभाग मौन हैं और भाजपाईयों ने आयुष्मान कार्ड धारकों के साथ निजी हस्पिटल संचालकों द्वारा की जा रही मनमानी पर अपनी आंखे मूंदी हुई है। शहर की जनता आने वाले चुनाव में भाजपा से आयुष्मान योजना पर सवाल पूछेगी और इसका करारा जबाब भी देगी।