– उड़ीसा से सात दिन पहले ग्रुप में आयी थी वृद्धा
हरिद्वार।
उड़ीसा से ग्रुप के साथ तीर्थनगरी में यात्रा करने आयी वृद्धा दो दिन पहले अपने ग्रुप के सदस्यों से बिछड़ गयी। परेशान घूम रही वृद्धा को स्थानीय लोगों ने अपने साथ कोतवाली ले आए। पुलिस ने वृद्धा से जानकारी हासिल करना चाही तो वह उड़ीसा भाषा के अलावा कुछ नहीं जानती थी। पुलिस ने व्हाट्सअप ग्रुप की मदद से वृद्धा की जानकारी डालने के बाद परिजनों से मिलवाने में सफलता हासिल की। वृद्धा अपनों को देख कर फफक-फफक कर रो पड़ी।
कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक भावना कैंथोला ने बताया कि 1 जुलाई को लक्ष्मी राहुल (68) पत्नी दुर्वा चरण राहुल निवासी चौकीदार थाना टांगी जिला कटक उड़ीसा अपने गांव के ग्रुप के साथ तीर्थनगरी यात्रा करने आयी थी। हरकी पैड़ी गंगा स्नान करने के बाद ग्रुप के लोग शहर के अन्य धार्मिक स्थल घूम रहे थे। 5 जुलाई को ग्रुप में शामिल लोग पुन: हरकी पैड़ी में गंगा आरती दर्शन करने पहुंचे। गंगा आरती दर्शन करने के बाद भीड$ में लक्ष्मी राहुल अपने ग्रुप के लोगों से बिछड़ गयी। ग्रुप के लोग न मिलने वृद्धा परेशान व बदहाल होकर हरकी पैड़ी क्षेत्र में भटक रही थी। स्थानीय लोगों ने वृद्धा को अकेले परेशान होकर घूमते हुए क्षेत्र में भटकते देखा तो वह उसे लेकर कोतवाली लाए। महिला हिंदी व अंग्रेजी भाषा नहीं जानती थी। उड़ीसा भाषा ही जानती थी। कोतवाली पहुंचने पर महिला का फोटो खींच कर पुलिस कंट्रोल रूम व जनपद अन्य व्हाट्सएप ग्रुपों में भेजा गया। काफी प्रयास के बाद परिजनों से संपर्क किया जा सका। कोतवाली पहुंचे परिजनों को वृद्धा को सौंप दिया। पुलिस की कार्यशैली की उड़ीसा से पर्यटकों ने प्रशंसा की। सावन कांवड़ मेले की लाखों की भीड़ में लापता वृद्धा को पुन: परिजनों तक मिला पाना काफी मुश्किल काम था।