नई संसद भवन को ताबूत बताने पर आरजेडी नेता पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए एसएसपी को भेजी शिकायत
हरिद्वार।
वरिष्ठ अधिवक्ता आदित्य सिंह ने आरजेडी राजनीतिक दल पर भारत के नए संसद भवन को सोशल मीडिया पर ताबूत बताना को देशद्रोह मानते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के शिकायत प्रकोष्ठ में राजनीतिक दल और टिप्पणी करने वाले नेताओं कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल पार्टी का एक ऑफिशियल टवीटर एकाउन्ट Rashtriya Janta Dal@RJDforindia नाम से है। जिस दिन अर्थात दिनांक 28.05.2003 को देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी देश की सर्वोच्च संस्था अर्थात नई संसद का उद्घाटन करने वाले थे, उसी दिन समय 8:49 प्रातः राष्ट्रीय जनता दल ने अपने Twitter Account se एक पोस्ट किया जिसमे भारत की नई संसद की तुलना ताबूत (Cofflin) से की गई जिसका तुल्नात्मक फोटो भी Twitter पर डाला गया। जिसको लगभग 4.6 मिलियन लोगो देखा। इस पोस्ट को देखने वालो मे प्रार्थी भी सम्मिलित है, इसी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह यादव ने अपनी पार्टी के टवीट को देखकर कहा कि हमारे लोक तंत्र को नई पार्लियामेन्ट नामक ताबूत मे दफनाया जा रहा है व भारत की जनता इस नई संसद को कभी स्वीकार नही करेगी। इस प्रकार की पोस्ट से भारतवासीयों के मन में भारत सरकार के विरुद्ध घृणा पैदा करने का प्रयास किया गया है। जो काफी हद तक सफल भी रहा है। कहा कि हम सभी भारतवासी अपने द्वारा चुने गये प्रतिनिधियों को भारत की सबसे बड़ी संस्था को चुनकर संसद मे भेजते है ताकि हमारे द्वारा चुने गये प्रतिनिधि संसद में भारत की समस्यों पर बहस व सुनवाई करे ताकि आम जनता में देश की बाहरी समस्याओं से निपटा जा सके। राष्ट्रीय जनता दल ने भारतीय संसद की तुलना ताबूत से करके भारतवासियों के मन में भारत सरकार व उसकी संसद के प्रति घृणा पैदा करने का प्रयास किया है जो कि देशद्रोह की श्रेणी में आता है जो क्षमा योग्य नहीं है। विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के द्वारा किया गया अपराध आईपीसी एंव आईटी एक्ट के अर्न्तगत दण्डनीय अपराध की श्रेणी मे आता है।