हरिद्वार।
ज्वालापुर कोतवाल से भाजपा नेता की नोंकझोक के बाद रानीपुर विधायक ने अपने सैकडो समर्थको सहित कोतवाली में हंगामा कर धरने पर बैठ गये। कई घण्टे बाद भी जब मामला सुलझने पर नही आया तो खुद एसपी क्राइम ने मौके पर पहुंचकर विधायक को समझाने का प्रयास किया। लेकिन समाचार लिखे जाने तक विधायक आदेश चौहान धरने पर ही डटे रहे।
जानकारी के अनुसार रविवार को रानीपुर विधायक आदेश चौहान के करीबी और भाजपा नेता वरुण वशिष्ठ किसी फाइनेंस से जुड$े मामले की पैरवी के लिए ज्वालापुर कोतवाली गये थे। जहां कोतवाली के दिवस अधिकारी बारू सिंह चौहान से उनकी मुलाकात हुई। जिसके बाद उन्होंने वरुण को जांच अधिकारी के पास जाने की बात कही। इस दौरान ज्वालापुर कोतवाल प्रदीप बिष्ट भी मौक पर आ गये। कोतवाल की वरूण से पूछताछ की तो किसी बात को लेकर नोकझोंक हो गई। जिसके बाद कोतवाल ने उन्हें कोतवाली से बाहर जाने के लिए कहा। इसके कुछ देर बाद ही भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे और देखते ही देखते रानीपुर विधायक आदेश चौहान भी मौके पर पहुंच गए। वह समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। उन्होंने ज्वालापुर पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। मामले में तूल पकड$ता देख एसपी क्राइम पंकज गैरोला मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराने का प्रयास किया। लेकिन धने पर बैठे विधायक जी टस से मस नही हुए। इस बाबत जब एसपी क्राइम से बात की गई तो उन्होने भाजपा नेता से अभद्रता होना स्वीकार किया है। खबर लिखे जाने तक रानीपुर विधायक और समर्थको का धरना और नारेबाजी कोतवाली में जारी थी।