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नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड

एक आरोपी गिरफ्तार दूसरे फरार आरोपी की तलाश जारी
भारी मात्रा में खाली बोतल रैपर टैग उत्तराखंड शासन के छपे  मिले
हरिद्वार ।
रानीपुर कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र में किराए की दुकान पर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री को पकड$ा । मौके से भारी मात्रा में खाली शराब की बोतल रैपर उत्तराखंड सरकार के टैग समेत केमिकल अल्कोहोलिक बरामद किया। एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया दूसरे फरार साथी की तलाश की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  ने नकली शराब की फैक्ट्री पकडने वाली पुलिस टीम की पीठ थपथपाई। पकड$ा गया आरोपी इससे पूर्व आगरा में नकली शराब बनाने में जेल जा चुका है।
रानीपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी अपने सहयोगी कर्मियों के साथ संभल चौक दादूपुर गोविंदपुर के पास में चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान सेंट्रो कार को आते हुए देख कार को रोक कर  तलाशी ली तो उसमें 400 लीटर अल्कोहोलिक केमिकल 80 लीटर नकली शराब दो किलो यूरिया और शराब की बोतल के ढक्कन लेवल रेफर आदि बरामद किया। कार से सामान मिलने पर चालक से पूछताछ की तो उसने दादूपुर गोविंदपुर में किराए की दुकान लेकर उसमें नकली शराब बनाने की जानकारी दी। अपने साथी के साथ मिलकर वह नकली शराब बनाकर बेचने का कार्य कर रहा है । आरोपी ने खुलासा किया कि आगरा के ताजगंज थाने में वर्ष 2021 में नकली शराब के केस में जेल जा चुका है । चार साल पहले अलीगढ स्थित शराब के ठेके में काम के दौरान आरोपी की पहचान साथ में काम कर रहे फरार मास्टरमाइंड के साथ हुई थी। लगातार संपर्क में रहने पर उसने कुछ समय पहले ही अपने फरार साथी के साथ हरिद्वार में आकर नकली शराब बनाने का धंधा जोड$ा था। केमिकल से नकली शराब बनाने के काम में पैसा काफी है व खर्च कम है।  आरोपी हरिद्वार आ गया । घटना का मास्टरमाइंड फरार आरोपी है जो केमिकल लाने का काम करता था। पकड$े गए आरोपी ने अपना नाम अनिरुद्ध सिंह पुत्र हरिकरन सिंह ग्राम रोगांव थाना गजनेर जिला कानपुर देहात हाल निवासी ग्राम धनुपरा थाना ताजगंज आगरा उत्तर प्रदेश बताया। पकड$ा गया आरोपी 12 वीं पास है। आरोपी ने खुलासा किया कि दीपावली पर्व से पहले भारी मात्रा में नकली शराब बनाकर उसे बेचने की तैयारी की जा रही थी। दोनों आरोपी बेहद शातिर हैं। फरार आरोपी केमिकल लेकर आता था और फिर दोनों आरोपित मिलकर अल्कोहोलिक केमिकल में एक निश्चित मात्रा में पानी मिलाकर उसमें शराब जैसा रंग लाने के लिए फूड कलर मिलाते थे। तैयार नकली शराब की तीव्रता बढ$ाने के लिए यूरिया मिलाया जाता था। आरोपी से पूछताछ करने के बाद मेडिकल करवा कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने नकली शराब बनाने की मिनी फैक्ट्री पकड$ने वाली पुलिस टीम का उत्साहवर्धन करते हुए पीठ थपथपाई । नकली शराब बनाने वाले फरार मास्टरमाइंड की तलाश की जा रही है।

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