– अड़तालीस घंटे के भीतर सफल खुलासा परिजनों ने की सराहना
कथित अपहृत युवक को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से किया बरामद
हरिद्वार।
पथरी थाना क्षेत्र में युवक का अपहरण कर परिजनों से दस लाख की फिरौती मांगे जाने की घटना से पुलिस महकमे में हडक़ंप मच गया। एसएससी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने टीम का गठन कर अपहृरणकर्ता को गिरफ्तारी में लगाया। टीम ने अड़तालीस घंटे में अपहरण की घटना से पर्दा उठाते हुए युवक को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद कर लिया। हनी ट्रैप के जाल में फंस कर युवक ने खुद ही अपहरण की साजिश रची थी। पूछताछ के बाद परिजनों को सौंप दिया।
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि 1 मार्च को इंतजार पुत्र शकूर निवासी बहादरपुर जट पथरी हरिद्वार ने थाना पथरी पर अपने भतीजे सहबान पुत्र नूर हसन 29 फरवरी से लापता होने शिकायत दर्ज कराई थी। एक जवान बच्चे के घर से इस तरीके से गायब होने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह समेत सीआे लक्सर निहारिका सेमवाल को मामले को गंभीरता से लेने के लिए कहा गया। पुलिस टीम तलाश के लिए अलग—अलग बिंदुआें पर पर काम कर रही थी। 1 मार्च को गुमशुदा लड$के के भाई के फोन पर मैसेज आया जिसमें चार युवकों ने उसके भाई को छोड$ने की एेवज में दस लाख रुपए की फिरौती मांगी। परिजनों से पुलिस को जानकारी मिलने पर मामला अपहरण से जुड़ा होने पर पुलिस टीम ने हर बिंदु से जांच शुरु कर दी। मैसेज भेजने वालो फोन नंबर की सटीक लोकेशन्स की जानकारी लेनी चाहिए। ज्यादातर समय मोबाइल नंबर बंद होने के कारण सही लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। लोकेशन समय समय पर चेंज हो रही थी।
एसएसपी ने बताया कि दूसरी तरफ लोकेशन के आधार पर हरिद्वार पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस से लगातार सामजस्य बनाया हुआ था। लगातार कई सारे एंगल पर एक साथ काम करने और सभी जानकारियों को आपस में जोड$ने के बाद पुलिस टीम को कुछ लीड मिली।टीम ने दिल्ली से गाजियाबाद जैसे बड$े शहर में त्वरित कार्यवाही कर गुमशुदा युवक को अड़तालीस घंटे के भीतर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के नजदीक से सकुशल बरामद किया गया। युवक से पूछताछ की गई तो अपहरण गुमशुदगी में नया मोड$ लेते हुए उसने बताया गया कि हनी ट्रैप का शिकार हो गया था। लड$की को पैसे देने के लिए अपहरण की झूठी सूचना अपने परिजनों को दी थी। गाजियाबाद से सहबान पुत्र नूरहसन निवासी बहादरपुर जट पथरी को हरिद्वार लाकर कानूनी कार्रवाई करने के बाद परिजनों को सौंप दिया। बेटे की करतूत से परिजनों के साथ आसपास के रहने वाले भी हैरत में थे।