लक्सर।
मुख्यमंत्री पुष्कर ङ्क्षसह धामी सोमवार को लक्सर ट्रक यूनियन परिसर में लाभार्थी सम्मान समारोह में शिरकत करेगे। इसके लिए तैयारी जोरशोर से शुरू कर दी गई है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर ङ्क्षसह धामी सोमवार को लक्सर पहुंचेगे, जहां उनके द्वारा ट्रक यूनियन परिसर पर आयोजित लाभार्थी सम्मान समारोह कार्यक्रम में शिरकत की जाएगी। जिसे लेकर संगठन सहित पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूरी की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के विधि प्रकोष्ठ में जिला सहसंयोजक एडवोकेट आदित्य चौधरी द्वारा रविवार को इसकी पुष्टि करते हुए जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री के लक्सर में आगमन को लेकर संगठन स्तर पर विभिन्न पदाधिकारी और कार्यकर्ताआें द्वारा कार्यक्रम की तैयारी जोर-शोर से पूरी की जा रही है। इसके अलावा संगठन के नेताआे को मौके पर अधिक से अधिक संख्या में क्षेत्र वासियों को जुटाने का जिम्मा सौपा गया है।
-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—
बरसात व आेलावृष्टि से किसानों की फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
लक्सर।
विगत शाम हुई बेमौसम बरसात व आेलावृष्टि से किसानों की फसलो को भारी नुकसान पहुंचा है। वहीं बारिश के चलते मौसम के करवट बदलने से एक बार फिर ठंड वापस लौट आई है।
विगत शाम बिना मौसम बरसात के कारण किसान की गेहूं एवं सरसों की फसलो को भारी नुकसान हुआ है। वहीं पहले भी अधिक बरसात होने की वजह से किसान की सब्जी की फसल बर्बाद हो गई थी। पहले हुई बरसात में जिन किसानों की गेहूं एवं सरसों की फसल आेलावृष्टि से बच गई थी। अब बेमौसम बरसात ने उन किसानों की भी कमर तोड$ कर रख दी है। वैसे तो किसान को अन्नदाता का दर्जा दिया जाता है, लेकिन किसान की शुद्ध लेने वाला कोई भी नही है। जिस समय जनप्रतिनिधि चुनाव के वक्त गांव—गांव में वोट मांगते फिरते है। उस समय यह लोग बड$े—बड$े वादे करते है, लेकिन जीतने के बाद धरातल पर कुछ भी नही करते है। किसान इस समय त्राहिमाम कर रहा है, ङ्क्षकतु उनकी कोई भी सुनने वाला नही है। कुदरत की मार के साथ—साथ कुछ लापरवाह अधिकारियों की वजह से भी किसानों को संकट की घड$ी से गुजरना पड$ता है। न्याय पंचायत स्तर पर भारत सरकार के द्वारा किसानों के लाभ हेतु चलाई गई योजनाआें का लाभ किसानों तक नही पहुंचता है। लापरवाह अधिकारियों की वजह से जिन किसानों को योजना का लाभ मिलना चाहिए उन किसानों को योजनाआें का लाभ नही मिलता है। वहीं कुदरत की मार से भी किसानों का बुरा हाल है। विदित हो कि विगत जुलाई माह में भी भारी बरसात के कारण पूरा लक्सर क्षेत्र बाढ$ की चपेट में आ गया था। बाढ$ के पानी ने किसानों की फैसले पूरी तरह बर्बाद कर दी थी। इसके पश्चात अब फिर बेमौसम बरसात होने व आेलावृष्टि होने से किसानों को कुदरत की मार झेलनी पड$ी है।
-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-—-