हरिद्वार/ संजना राय।
सहारा इंडिया के मुखिया सुब्रत राय पंचतत्व में विलेन हो गए। सहारा इंडिया में नौकरी की ही नहीं, वास्तविक एजेंट के रूप में काम कर रहे हजारों स्थानीय लोगों की भी बड़ी फजीहत हुई। बहुत से वास्तविक एजेंट को अपना संपत्ति, घर, दुकान, जमीन बेचकर पैसा रिटर्न कर अपनी जान बचाई। क्योंकि एजेंट के माध्यम से पैसा जमा करने वाले लोग सीधे तौर पर एजेंट का पैसा जमा करने का आरोप लगाते हैं, धमकी देते हैं और पैसा वापस करने का दबाव बनाते हैं। ऐसे में कुछ सहारा कंपनी ने सैकड़ों लोगों का व्यतिगत रूप से पैसा वापस ले लिया।सहारा इंडिया के मुखिया सुब्रत राय सहारा पंचतत्व में विलीन हो गए। इसके साथ ही शहर में निवेश करने वाले निवेशकों की उम्मीद भी विलीन होती नजर आ रही है। क्योंकि सेबी के जाल में फंसे सहारा इंडिया से अभी तक भी किसी निवेशक का पैसा वापस नहीं किया गया है। नाही सहारा श्री के जाने के बाद कमेटी द्वारा कोई घोषणा की गई। हालांकि बीते दिनों सहारा की अरबो रुपये की खाली पड़ी भू-संपत्ति को ठिकाने लगाने के लिए मौजूदा सरकार के सबसे महत्वपूर्ण मंत्री का भी सहारा लिया गया। उनके द्वारा कुम्भ नगरी में आयोजित एक राजनीतिक कार्यक्रम के मंच से फसे धन को वापस दिलाने का आश्वासन भी दिया गया। जिसके बाद निवेशकों में पैसा वापस आने की उम्मीद जगी, लेकिन ये उम्मीद 20214 में किए गए 15 लाख रुपये के आश्वासन जैसी होती नजर आ रही है। क्योंकि मंत्री जी द्वारा कि गयी घोषणा के बाद ऑनलाइन आवेदन भी कराए गए जो अभी तक फलीभूत नही हुए। और कुम्भ नगरी के आस पास मौजूद अरबो रुपये की भूमि ठिकाने लगाई जा चुकी है।