आंगनबाड़ी केंद्र में गंदगी का अंबार, कार्यकत्री बच्चों को घर पर पढ़ाने के लिए हुई मजबूर बजट मिलने के बावजूद भी नहीं बना पाए 10 फीट की नाली ग्राम प्रधान
पथरी ।
पथरी थाना क्षेत्र का कच्ची शराब निकालने के मामले में चर्चित भुवापुर चमरावल गांव के प्रधान भी अब प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को पलीता लगाने में लगे हुए हैं। मजेदार बात यह है कि इस तरफ जिले के किसी अधिकारी कि आज तक नजर नहीं पड़ी है। लगभग एक साल पहले हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने वाली शालिनी सैनी को महीनों बाद चार्ज मिला था। उसके बाद उनके पास बजट आना शुरू हुआ, तो विकास कार्य भी हुए। लेकिन घर के सामने मंदिर के पीछे बने आंगनबाड़ी केंद्र नंबर वन छोटे-छोटे ननिहालो को पढ़ाने के स्थान के बजाय यह आंगनबाड़ी केंद्र ग्राम प्रधान के पानी निकासी का केंद्र बन गया है। जिसकी वजह से इस आंगनवाड़ी केंद्र ने एक तालाब का रूप ले लिया है। एेसा भी नहीं है कि इस रास्ते को कभी अधिकारी ना आए हों या सरकार ने नाली का बजट न दिया हो, लेकिन ग्राम प्रधान एवं उसके परिवार ने अपने घर के पानी निकासी की अपनी व्यवस्था न करते हुए उसका रुख आंगनबाड$ी केंद्र की आेर मोड दिया है। गांव की जिम्मेदारी संभालने वाली शालिनी सैनी बजट मिलने के बाद भी मात्र 10 फुट की नाली नहीं बनवा पाई है। अपनी कमियों को छुपाने के लिए प्रधान प्रतिनिधि प्रमोद कुमार ने बताया कि 2020 में बना आंगनबाड़ी केंद्र गहराई में बना हुआ है। उन्होंने कहा बजट आया है शीघ्र ही इस नाली का निर्माण कराया जाएगा। बताया जाता है इस केंद्र को संचालित करने वाली बृजेश सैनी आंगनबाड$ी कार्यकत्रियों ने अपने उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया था। 2 दिन पहले मुख्य सेविका दीपिका ने मौके का निरीक्षण कर समस्या के समाधान का प्रयास किया था। लेकिन पानी की निकासी नहीं हो पाई। तब ग्राम प्रधान द्वारा एक हफ्ते में इस पानी की निकासी और सफाई व्यवस्था कराए जाने का आश्वासन दिया गया। जिस ग्राम प्रधान के बदौलत लाखों रुपए की लागत से बना आंगनबाड$ी केंद्र क्षतिग्रस्त होने की तरफ जा रहा है, तो वही केंद्र में भरा पानी मच्छरों की फैक्ट्री बन गया है। लेकिन आज तक ब्लाक या स्वास्थ्य विभाग या स्वच्छता अभियान की जिम्मेदारी संभालने वाले किसी कर्मचारी अधिकारी की नजर इस तरफ आज नहीं पड$ी है।
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