-मूलभूत सुविधाओं को भी तरसे तीन सौ से अधिक परिवार
बहादराबाद।
क्षेत्र में नेशनल हाइवे के किनारे स्थित रघुनाथ रेसीडेंसी आवासीय सोसायटी में पिछले चार दिनों से बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद है। उत्तराखंड पावर कर्पोरेशन लिमिटेड ने बकाया बिल नहीं चुकाने के कारण मुख्य कनेक्शन काट दिया है। सोसाइटी में करीब 312 परिवार रहते हैं, जो इस समय अंधेरे और पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। बिजली गुल होने का सबसे बड़ा असर पानी की आपूर्ति पर पड़ा है। सोसाइटी की पानी की मोटरें बिजली से चलती हैं, इसलिए पांचों ब्लाकों में पानी की सप्लाई ठप हो गई है। सातों लिफ्टें भी बंद पड़े हैं। ऊपरी मंजिलों पर रहने वाले बुजुर्ग, बीमार व्यक्ति और छोटे बच्चे सीढियां चढने—उतरने में भारी परेशानी झेल रहे हैं। कई परिवार चार दिनों से अपने फ्लैट से बाहर नहीं निकल पाए हैं। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित है और मोबाइल चार्जिंग, खाना बनाने जैसे रोजमर्रा के काम मुश्किल हो गए हैं। निवासियों के अनुसार वे नियमित रूप से सोसाइटी के खाते में मेंटेनेंस शुल्क और बिजली शुल्क जमा करते रहे हैं, लेकिन बिल्डर ने यह राशि यूपीसीएल को नहीं दी। बिजली कनेक्शन और बिल अभी भी बिल्डर के नाम पर हैं। बिल्डर ने न तो बकाया चुकाया और न ही कनेक्शन निवासियों या सोसाइटी के नाम ट्रांसफर कराया। ऊ र्जा निगम का कहना है कि कुल बकाया करीब 16 लाख रुपये है। दो दिन पहले निवासियों ने आपस में चंदा इक_ा कर चार लाख रुपये यूपीसीएल के खाते में जमा कराए, लेकिन कनेक्शन बहाल नहीं किया गया। वर्तमान में सोसाइटी 14 साल पुराने डीजल जनरेटर पर निर्भर है। रोजाना 3—35 हजार रुपये का डीजल निवासी मिल—बांटकर खरीद रहे हैं ताकि पानी की मोटर और कुछ जरूरी लाइटें चल सकें। जनरेटर से निकलने वाला धुआं और तेज आवाज पूरे परिसर में फैल रही है, जिससे प्रदूषण और शोर दोनों बढ गए हैं। कई लोग रात में जनरेटर की आवाज के कारण सो नहीं पा रहे हैं।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने वर्षों से मेंटेनेंस फंड, सिंकिंग फंड और बिजली शुल्क की राशि का दुरुपयोग किया। सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया गया है, इसलिए निवासी कानूनी रूप से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन नहीं बना पा रहे हैं। बताया कि पहले भी मीटर रीडिंग को लेकर विवाद हुआ था और ऊर्जा निगम ने चेक मीटर लगाया था, लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकला। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि बिल्डर और निवासियों के बीच के विवाद में वे दखल नहीं दे सकते और पूरा बकाया चुकाने के बाद ही कनेक्शन जोड़ा जाएगा। इसी बीच स्थानीय लोगों और सोसाइटी निवासियों ने बिल्डर के स्वामित्व वाले होटल व सिनेमा हाल जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया है। उनका कहना है कि बिल्डर के नाम दो अलग—अलग कनेक्शन हैं। एक सोसाइटी का और दूसरा कमर्शियल परिसर का। कमर्शियल कनेक्शन नहीं काटने की बजाय आवासीय कनेक्शन काटा गया, जबकि सोसाइटी के लोग एडवांस में भी बिल जमा करते रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि या तो दोनों कनेक्शन काटे जाएं या सोसाइटी का कनेक्शन तुरंत बहाल किया जाए।
















































