हरिद्वार/ दीपक नेगी।
लालढांग पौडी गढवाल के कांडा तल्ला जा रही बारात की बस दूल्हे की ससुराल से मात्र दो किमी पहले सिमडी गांव में चार सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरी। जिस कारण तीसरे दिन भी लालढांग में मातम छाया हुआ था। यहां गुरुवार को भी पूरा बाजार बंद था। इलाके के सभी स्कूलों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया। सिमडी गांव में हुए बस हादसे में जो हकीकत सामने आई चौकाने वाली थी, सांप की वजह से बची दूल्हे ओर उसकी कार में बैठे लोगों की जान,
दूल्हे की कार चालक जो कि पूरी घटना का प्रत्यक्ष दर्शी रहा धर्मेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि हमारी कर बस से आगे चल रही थी। सिमडी गांव पहुंचते ही हमारी कार के सामने एक मोटा सांप आ गया जिस कारण चालक ने कार रफ्तार धीमी कर दी, कार की रफ्तार कम होते ही बस कार को आेवरटेक करके आगे निकल गया। कार से आेवरटेक करते ही मोड$ पर बस की चालक साइड की कमानी टूटी आेर बस सीधे खाई में जा गिरी।
खुद घायल होने के बाद भी अंधेरी खाई में ढूंढते रहे लोगो को
लालढांग निवासी पंकज नारंग पुत्र राकेश नारंग आेर जयपाल सिंह नेगी पुत्र स्व. मोहन सिंह नेगी दोनो फोटोग्राफी की बुकिंग के लिए बारात की सबसे आगे की सीट में सवार थे। जैसे ही बस ने खाई में गिरते ही पहली बार पलटी दोनो फोटोग्राफर बस की आगे का शीशा टूटने के बाद बस बाहर सडक से तीन से चार मीटर खाई में गिरे। जैसे तैसे दोनो सडक पर पहुंचे मगर फिर भी थोडा सम्भलने के तुरंत बाद लोगो को ढूंढने अंधेरी खाई में चले गए। एक बच्चे को सडक में पहुंचा दिया और पुन: वापस खाई में पहुंचे, ओर अंधेरे में जख्मी ओर मृत शरीरो को ढूंढने में लग गए,आधे घंटे में आसपास के ग्रामीण भी रेस्क्यू के लिए पहुँच गए। जयपाल ओर पंकज ने फिर भी हार नहीं मानी और ग्रामीणों के साथ रेस्क्यू कार्य मे लगे रहे। बारह बजे बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, तब तक इनकी भी हिम्मत जवाब देने लगी और बाद में वे दोनो भी ऊपर आ गए।