बहादराबाद।
अलीपुर रोड पर माउंट लिट्रा स्कूल के निकट स्थित आम के बाग से बीते शुक्रवार को देर शाम 22 हरे पेड़ों पर आरी चला दी गई। हैरत की बात यह है कि क्षेत्र के वन दरोगा को इस बात की खबर ही नहीं। इस संबंध में जब उनसे जानकारी ली गई तो उन्होंने इस पूरे मामले में अनभिज्ञता जता दी उल्टा वन दरोगा यह कहते सुनाई दिए कि कहां पर कटे हैं पेड़..? पेड़ों की रक्षा का जिम्मा जिन विभागों को दिया गया है वह खुद ही हरे पेड़ों को कटवाने के गुनहगार नजर आ रहे हैं।
उद्यान विभाग के खंड अधिकारी मासूम अली ने बताया की विभाग द्वारा 25 पेड़ काटने की परमिशन दी गई थी। जबकि मौके पर 12 पेड़ अधिक काटे गए थे। जिनके खिलाफ तहरीर दी गई है। उन्होंने बताया कि बीजू पेड़ थे जिन्हें काटने की परमिशन दी गई थी। उनके स्थान पर नई पेड़ लगाए जाने हैं। इस संबंध में जब उनसे पूछा गया कि क्या काटे जाने वाले पेड़ों को चिन्हित किया गया था उनकी फोटो ली गई थी जिसके बाद उद्यान विभाग के खंड अधिकारी ने कहीं बाहर होने की बात कहकर फोन काट दिया उसके बाद उनका फोन दोबारा नहीं उठा।
उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह लक्सर रोड स्थित जियापोता गांव में भी 13 पेड़ों की परमिशन पर दुगने पेड़ काटे गए थे। इसके संबंध में जब खंड अधिकारी मासूम अली से पूछा गया तो उन्होंने बहाना बनाकर फोन काट दिया। दोबारा मिलाए जाने पर उनका फोन नहीं उठा। जानकारी से पता चला कि 2 दिन पूर्व जिया पोता के बाग में काटे गए पेड़ों का मुकदमा भी कनखल थाने में दर्ज कराया गया है।