हरिद्वार ।
कनखल थाना क्षेत्र में करीब डेढ साल पहले मकान बेचने के नाम पर तीन लोगों से आठ लाख की धोखाधडी करने वाले फरार चल रहे बाप व दो बेटों को पुलिस ने डेढ साल बाद गाजियाबाद के एक गांव से गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपितों को हरिद्वार लाकर पूछताछ करने के बाद मेडिकल करवा कर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया ।
कनखल थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश चौहान ने बताया कि केशवपुरम हरिगिरी आश्रम रोड निवासी विजय गर्ग पुत्र प्रदीप गर्ग, दीपक अग्रवाल व अजय जोशी ने 11 फरवरी 2021 में वीर सिंह पुत्र गिरिवर सिंह, दीपक ठाकुर व गौरव ठाकुर पुत्रगण वीर सिंह निवासीगण भागीरथी कालोनी राधा स्वामी सत्संग भवन लक्सर रोड मिस्सरपुर कनखल के विरुद्ध धोखाधडी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज कराया था। पीडित ने तहरीर में जानकारी दी कि उसे मकान बेचने के नाम पर 5 लाख रुपए एडवांस के रूप में ले लिए फिर बाद में मकान बेचने से मना कर दिया । मकान खरीदने के लिए एडवांस के रूप में दी गई पांच लाख की रकम वापस मांगी तो व कुछ दिन तक तो टालमटोल करता रहा। मकान को बेचने का सौदा दीपक अग्रवाल से भी किया गया उससे भी तीन लाख रुपए की रकम ले ली। अजय जोशी से भी मकान बेचने नाम पर एक लाख रुपए की रकम ले ली। तीनों से आठ लाख रुपए लेने के बाद मकान किसी को नहीं बेचा। मुकदमा दर्ज होने के बाद फरार हुए बाप व बेटों की तलाश में पुलिस टीम लगातार उनके ठिकानों पर दबिश दे रही थी । मामले की विवेचना कर रहे वरिष्ठ उप निरीक्षक अभिनव शर्मा को मुखबिर से सूचना मिली की धोखाधडी में फरार चल रहे आरोपी बाप बेटे आजकल गाजियाबाद के एक गांव में रह रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर विवेचना अधिकारी ने टीम के साथ गाजियाबाद के गांव करहेड मोहन नगर में जाकर दबिश देकर आरोपी बाप वीर सिंह व बेटे गौरव ठाकुर दीपक ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया । हरिद्वार लाकर पूछताछ करने पर आरोपियो ने खुलासा किया कि वह लगभग डेढ$ साल पहले मिस्सरपुर से फरार होने के बाद अलग—अलग शहरों में नाम बदल कर रह रहे थे । आरोपितों से पूछताछ करने के बाद मेडिकल करवाकर कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।