हरिद्वार।
एसआईटी टीम ने छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल रिटायर्ड सहायक समाज कल्याण अधिकारी को देहरादून स्थित आवास से गिरफ्तार किया। हरिद्वार जिले में रहते हैं तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी ने दो शैक्षिणक संस्थाआें को फर्जी तरीके से छात्रों का भौतिक सत्यापन करवा कर डेढ$ करोड$ से भी ज्यादा छात्रवृत्ति के नाम पर धन आवंटन किया था। एसआईटी की तरफ से शिक्षण संस्थानों के विरुद्ध ज्वालापुर कोतवाली व सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
एसआईटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि वर्ष 2१३—14 छात्रवृत्ति घोटाले में रामानंद इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी एण्ड मैनेजमेंट ज्वालापुर हरिद्वार ने समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति के नाम पर 1 करोड$ 2 लाख 1१ हजार 40 रुपए का रकम ली थी। एसआईटी ने जांच के बाद शैक्षणिक संस्थान के विरुद्ध ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। जांच में समाज कल्याण विभाग हरिद्वार में तैनात सहायक समाज कल्याण अधिकारी मदनलाल की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। सहायक समाज कल्याण अधिकारी ने संस्थान में पढ$ने वाले छात्रों का फर्जी तरीके से भौतिक सत्यापन कराया गया था। वर्ष 2१२—13 में मिलेनियम इंस्टिट्यूट आफ टेक्नोलाजी सहारनपुर उत्तर प्रदेश ने भी समाज कल्याण विभाग से छात्रवृत्ति के नाम पर 38 लाख 8२ हजार 30 रुपए रकम ली गई थी। एसआईटी ने फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति की रकम लेने वाले संस्थान के विरुद्ध सिडकुल थाने में वर्ष 2१९ में मुकदमा दर्ज कराया गया था। एसआईटी प्रभारी ने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाले में दोनों शैक्षिणक संस्थानों का सत्यापन सहायक समाज कल्याण अधिकारी मदनलाल ने छात्रों का भौतिक सत्यापन फर्जी तरीके से किया गया था। एसआईटी ने जांच के बाद छात्रवृत्ति घोटाले में शामिल रिटायर्ड सहायक समाज कल्याण अधिकारी मदनलाल पुत्र देवदास निवासी सुंदरवाला रायपुर देहरादून को उनके आवास से गिरफ्तार किया। मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।