हरिद्वार।
चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के प्रवक्ता भीम सेन रावत ने बताया कि चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के हरिद्वार जिला अध्यक्ष जेपी बडोनी का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार दोपहर को आकस्मिक निधन हो गया।
जेपी बडोनी हरिद्वार के वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारियों में शुमार थे। राज्य निर्माण की लडाई में वह अग्रिम पंक्ति में फील्ड मार्शल दिवाकर भट्ट और जेपी पांडे व जगत सिंह रावत आदि के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की लडाई लडते थे। उत्तराखंड परिवहन निगम में कार्यरत रहते हुए वह उत्तराखंड परिवहन निगम एम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा हरिद्वार में पर्वतीय समाज के संगठन पहाडी महासभा के अध्यक्ष भी रहे। वर्तमान में वह चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के जिला अध्यक्ष थे। उनका अंतिम संस्कार कल (बुधवार) दोपहर बाद कनखल स्थित श्मशान घाट में किया जाना सम्भावित है। जेपी बडोनी के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करने वालों में समिति के केंद्रीय अध्यक्ष भूपेंद्र रावत, संयोजक राजेंद्र रावत, आनंद सिंह नेगी, महेश गौड ,आर एस मनराल, राजेश गुप्ता, नत्थी लाल जुयाल, भीम सेन रावत,विनोद डेंड्रियाल ,विजय भंडारी, दलबीर पोखरियाल, धर्मपाल भारती, नरेंद्र गोसाई, विष्णु दत्त सेमवाल, सुंदर सिंह मनवाल, सूर्यकांत भट्ट, उमाशंकर वशिष्ट, संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतीश जोशी, जगत सिंह रावत, प्रमेंद्र डोभाल, व रमेश रतूडी, मुकेश जोशी, जगमोहन सिंह नेगी, आरएस नेगी आदि ने उनके निधन पर शोक प्रकट करते हुए आंदोलनकारियों की आवाज को एक अपूरणीय क्षति बताया ओर दु:ख प्रकट किया।