उत्तराखंड हरिद्वार

संयुक्त सचिव पृथ्वी मंत्रालय भारत सरकार ने जल संरक्षण अभियान कार्यक्रम की समीक्षा की

हरिद्वार।
संयुक्त सचिव पृथ्वी मंत्रालय भारत सरकार डी. सैन्थिल पाण्डियन ने विकास भवन सभागार पहुॅचकर जल संरक्षण अभियान, सम्पूर्णता कार्यक्रम एवं एस्पीरेशनल ब्लाक कार्यक्रम की समीक्षा की।
उन्होंने कैच द रेन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि मातृ शक्ति को भी जल संरक्षण एवं सरंक्षण के प्रति जागरूक किया जाए, ग्राम पंचायत स्तर पर कार्य योजना तैयार की जाए। उन्होंनें निर्देश दिए कि जल संरक्षण एवं संर्वान से संबंधित प्रत्येक विभाग की कार्य योजना नोडल विभाग के पास अवश्य हो, उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जल संरक्षण एवं संर्वान के प्रति जागरूकता हेतु जनपद स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाए जिसमें मातृ शक्ति, जन प्रतिनिधियों को अवश्य बुलाया जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य कंवर्जंस के माध्यम से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सम्पूर्णता कार्यक्रम एवं एस्पीरेशनल ब्लाक कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं की एएनसी नियमानुसार होती रहे तथा शतप्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि हेल्थ एंड वैलनेस सैटरों को और अधिक सक्रिय किया जाए। उन्होंने निर्देषित करते हुए कहा कि हैल्थ एंड न्यूट्रिशन डे का ग्राम, ब्लाक, जनपद लेबल का रोस्टर तैयार कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पोषण आहार पात्र व्यक्तियों तक समय से पहुॅचता रहे और निर्धारित समय सीमा के भीतर इंट्री भी होती रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूह को समय से रिवालङ्क्षवग फंड मिल जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि समय समय पर मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए और किसानों को मृदा कार्ड उपलब्ध कराया जाए इसके साथ ही उन्होने अन्य योजनाओं की भी समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी धीराज ङ्क्षसह गब्र्याल ने निर्देश दिए कि नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे कार्यो एवं प्रस्तावित कार्यो का अलग—अलग प्रजेंटेशन तैयार किया जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि खनन प्रभावित क्षेत्रों के लिए जल संरक्षण से सम्बंधित प्रस्ताव खनन न्यास फंड में प्रस्तावित किए जाए। इसके पश्चात दौलतपुर, तालुका चौल्ली शहाबुद्दीनपुर, सिकंदरपुर  भैंसवाल में बने तालाबों का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि तालाबों का रख—रखाव सही से किये जाने के लिए तथा आजीविका संसाधनों से महिलाआें को जोड$ने के लिए तालाबों को स्वयं सहायता समूहों को नियमानुसार आवंटित किया जाए इसके साथ ही दौलतपुर में आंगनवाडी केन्द्रो का निरीक्षण किया और महत्वपूर्ण दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, परियोजना निदेशक केएन तिवारी, डीडीआे वेद प्रकाश, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी, ईई सिचाईं मंजू डैनी, खण्ड विकास अधिकारी बहादराबाद मानस मित्तल, ग्राम प्रधान रोहित एवं पकंज कुमार उपस्थित थे।

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