फर्जी वसीयत बनाकर लाखों की जमीन हड़पी
हरिद्वार।
ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में फर्जी वसीयत बनाकर लाखों की जमीन हडप ली। जमीन हड़पने वालों ने वृद्ध महिला के जीवित होने के बावजूद मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। एसएसपी अजय सिंह के आदेश के बाद ज्वालापुर कोतवाली में तीन नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ धोखाधड$ी समेत प्रभावी धाराआें में मुकदमा दर्ज किया। धोखाधड़ी करने वालों की जांच करने के बाद गिरफ्तारी की जाएगी।
कोतवाली ज्वालापुर प्रभारी निरीक्षक कुंदन सिंह राणा ने बताया कि उषा कौशिक (74 वर्ष) पत्नी उमाशुतोष कौशिक निवासी शिव चंद्र नगर रानीपुर मोड ने तहरीर दी कि उनकी ज्वालापुर स्थित नया गांव में संपत्ति है। 10 अगस्त 1992 में रमेश चंद्र निवासी रावली महदूद सिडकुल, नाथीराम निवासी ब्रह्मपुरी रावली महदूद ने उसके हस्ताक्षर की कूटरचना कर फर्जी वसीयत तैयार कर उषा पत्नी बाबूराम निवासी मोहल्ला शिवपुरी कनखल के हक में कर दी। वर्ष 2013 में जमीन कब्जाने की नियत से फर्जी वसीयत को नौटरी करा लिया। 13 अगस्त 2005 वृद्धा उषा को मृत दिखाते हुए तत्कालीन रजिस्ट्रार (जन्म व मृत्यु) ग्राम पंचायत जगजीतपुर विकास खंड बहादराबाद से फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर बिना किसी ठोस साक्ष्य के तत्कालीन सहायक परियोजना निदेशक ग्राम विकास अधिकरण हरिद्वार की झूठी जांच आख्या के आधार पर मृत्यु प्रमाण पत्र एक जनवरी 2013 को जारी कर दिया। वर्ष 2014 में वृद्धा ने अपने जीवित होने के प्रमाण व फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र को निरस्त कराने के लिए तत्कालीन डीएम को दिया। जांच के बाद अपर जिला रजिस्ट्रार (जन्म व मृत्यु) मुख्य चिकित्साधिकारी हरिद्वार के एक फरवरी 2014 को आदेश पर तत्कालीन खण्ड विकास अधिकारी को पत्र भेजकर मृत्यु प्रमाण पत्र निरस्त करवाया। आरोप है कि रूपेश कुमार ने निरस्त हुए मृत्यु प्रमाण को पुन: जारी करने के लिए पत्र देकर झूठे तथ्य पेश किया। सीएमआे अपर जिला रजिस्ट्रार मृत्यु प्रमाण पत्र को पुन: निरस्त कर पूर्व में जारी फर्जी प्रमाण पत्र को यथावत कर दिया। तहरीर के आधार पर आरोपी रमेश चंद्र, नाथीराम, रुपेश व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। मामले की जांच की जा रही है।