– महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जनपद में महिलाओं को क्लाउड किचन की ट्रेनिंग दी जाए
हरिद्वार।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजनान्तर्गत लखपति दीदी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय स्टीयरिंग समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने लखपति दीदी योजना की समीक्षा के दौरान सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि लखपति दीदी से मिलकर संचालित गतिविधियों की जानकारी लेने, सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने तथा गाइडेंस देने के निर्देश दिये। उन्होंने बेकरी उत्पादों की गुणवत्ता के साथ ही साफ सफाई का विशेष ध्यान देने एवं पैकिंग को भी बेहतर करने को कहा साथ ही उन्होंने रीप के अन्तर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये। जनपद में बड$े स्तर पर प्रभावशाली ग्रुप बनाये जाये जो कि आगे चलकर कम्पनी के रूप में कार्य कर सकें। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कलस्टर आधारित कार्यों को बढ़ावा दिया जाये तथा सिंघाड़ा, कमल ककड़ी, मशरूम एवं पर्ल कल्चर को प्रोत्साहित करे। जिससे की महिलाओं को आजीविका के साधन में इजाफा हो तथा जिससे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने के कारण जनपद में खेती को प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य किया जा सके। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने ग्रामीण विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने निर्देश दिए कि उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के अवसर पर हाईवे के किनारे लोकल उत्पादों जैसे आर्गेनिक सामान, दालें, सरसों का तेल एवं सब्जी जैसे उनके उत्पादन महिला सहायता समूहों के द्वारा बिक्री की जाए साथ ही महिलाओं को आजीविका को बढ़ाने तथा घर पर रहाकर काम करने के लिए क्लाउड किचन की शुरुआत करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने एक साल के अंदर जनपद में 25 क्लाउड किचन खोलने का लक्ष्य रखा है। बैठक में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, एपीडी नलिनीत घिल्डियाल, अपर निदेशक मत्स्य विभाग गरिमा मिश्रा, पशु चिकित्साधिकारी डा. डीके चंद सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

















































