हरिद्वार।
आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर प्रदेश की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। पिछले एक सप्ताह से बारिश के चलते भूस्खलन, सड$क दुर्घटना, जल सैलाब से मकानों का गिरना, लोगों का नदियों में टापू पर फंसना, ग्लेशियर टूटना, नदियों का जल स्तर बढ$ना, बस्तियों में, सड$कों पर जल भराव जैसी समस्याएं आ रही हैं, लेकिन सीएम पुष्कर सिंह धामी अपने प्रदेश के बजाय हिमाचल के मुख्यमंत्री को आपदा में मदद करने की बात कर रहे हैं। महिला मोर्चा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रवक्ता हेमा भंडारी ने कहा कि प्रदेश में एक सप्ताह में अब तक बरसात में लगभग 2 दर्जन से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है। पिछले 2 दिन में उत्तराखंड में 17 से अधिक लोग दैवीय आपदा की चपेट में आ गए हैं। जबकि हिमाचल में 1 सप्ताह में 3१ लोगों के मरने की खबर है। मुख्यमंत्री ने पुष्कर सिंह धामी को गढवाल क्षेत्र में जहां अनेक दुर्घटनाआें की सूचना के साथ लोगों के साथ हुए हादसों की कोई चिंता नहीं है। वह गढ$वाल के आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बजाय हिमाचल की आपदा और देहरादून के आईएसबीटी के जलभराव के प्रति ज्यादा चिंतित है। कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री को मदद का आश्वासन देकर कि यह संदेश दे रहे हैं कि उत्तराखंड में सब कुछ ठीक-ठाक है। जबकि उत्तराखंड में हालात हिमाचल जैसे ही है। मुख्यमंत्री ने इस तरह से मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड के लोगों के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के बजाए लोगों को गुमराह करके यश बटोरने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। उत्तराखंड के 13 जिलों में से कई जिलों में औसत से बहुत ज्यादा बारिश हुई है। लोगों के खेत, खलिहान, फसल, मवेशी इस बारिश की चपेट में आए हैं। उनके बारे में मुख्यमंत्री चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री रोज मीडिया में इस बात का प्रचार करने में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं कि मुख्यमंत्री ने देर रात में कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया है। आईएसबीटी का निरीक्षण किया। कुमाऊं का भ्रमण किया, लेकिन गढ$वाल की 4१ विधानसभा और 7 जिलों की तरफ मुख्यमंत्री का ध्यान बिल्कुल नहीं है। प्रदेश में धामी सरकार पूरी तरह से असफल साबित हो चुकी है। जिसका खामियाजा उत्तराखंड के बारिश की आपदा से प्रभावित लोग भुगत रहे हैं।