हरिद्वार।
सख्ती के बाद भी अवैध खनन का सिलसिला थम नहीं रहा है। बल्कि अब रूठ बदलकर अवैध खनन से भरे बिना नंबर प्लेट के डंपर नहर के रास्ते बॉर्डर पार कर उत्तर प्रदेश में भेजे जा रहे हैं। सरकारी कार्यालयों का समय शाम 5:00 का होता है जिसके बाद सरकारी कर्मचारी चादर तान के सो जाते हैं फिर चाहे वह कार्यालय में हो या सचल दस्ते में हो उन्हें 5:00 बजे के बाद बेफिक्री है कि अब कोई बड़ा अधिकारी छापा मारने नहीं आएगा और इसके बाद अवैध खनन का खेल चालू हो जाता है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों oteri.in न्यूज़ ने चिड़ियापुर बॉर्डर से बिना नंबर प्लेट के अवैध खनन सामग्री से भरे डंपर बॉर्डर पार जाते दिखाए थे। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया उप संभागीय परिवहन अधिकारी रश्मि पंथ द्वारा की गई कार्रवाई के बाद विभागीय कर्मचारियों ने चिड़ियापुर बॉर्डर पर सख्ती दिखा दी। अब अवैध खनन करने वाले रात के अंधेरों में रास्ता बदलकर नहर के तटबंध से उत्तर प्रदेश में प्रविष्ट हो रहे हैं। संज्ञान में है कि बीते वर्ष पुलिस द्वारा नहर के तटबंध से भारी वाहनों का प्रवेश बंद करने के लिए लोहे का बेरीगेट लगाया गया था। जिसको खनन वाहनों द्वारा तोड़ा गया था और श्यामपुर थाना पुलिस द्वारा उनके खिलाफ कार्यवाही भी की गई थी। अब उसी रोड से यह डंपर रात को बिना नंबर प्लेट के अवैध खनन सामग्री उत्तर प्रदेश में भेज रहे हैं लेकिन अब ना तो वेरीगेट है और ना ही पुलिस।
इस संबंध में जब जनपद हरिद्वार के खनन अधिकारी प्रदीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लालढग क्षेत्र मैं अवैध खनन का मामला उनके संज्ञान में नहीं आया था। कहा कि 2 दिन से उनके द्वारा भोगपुर में छापेमारी की कार्यवाही की जा रही है आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है इस पर भी कार्रवाई की जाएगी। जब उनसे सचल दस्ते के बारे में पूछा गया तो बताया कि सचल दस्ता राजस्व का है हमारे द्वारा कार्यवाही करने में उन्हें अलग जाना पड़ता है।
इस संबंध में जब उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के खनन अधिकारी बृजेश गौतम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शनिवार को उत्तराखंड बॉर्डर पार्क अवैध खनन सामग्री लेकर आने वाले 11 डंपर ऊपर कार्यवाही की गई है जिसमें एकदम पर पर नंबर प्लेट ई रिक्शा की पाई गई तो कई अन्य ट्रकों पर नंबर प्लेट थी ही नहीं। बताया कि विभाग की ओर से कोई चूक नहीं की जा रही है अब यदि रात को भी ऐसा चल रहा है तो इस पर भी कार्रवाई के लिए हम तैयार हैं।