लक्सर।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी अभी तक डेंगू मुक्त तमगे का ढोल पीटते चले आ रहे थे। मगर अब अचानक ही लक्सर क्षेत्र में डेंगू की ऐसी दस्तक हुई कि इसकी गंभीरता पर जिलाधिकारी को संज्ञान लेना पडा। अब डेंगू से प्रभावित बसेडी गांव में स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी डेरा डाले हुए है।
लक्सर तहसील क्षेत्र का बसेडी खादर गांव करीब एक हफ्ते से डेंगू की चपेट में आ गया। डेंगू का प्रकोप इतना बढा कि स्वास्थ्य विभाग को गांव का निरीक्षण करने के साथ ही गांव में कैम्प लगाकर डेरा डालना पडा। इतना ही नही बल्कि लक्सर नगर पालिका परिषद विभाग की मदद के जरिए फागिंग कार्य भी जिलाधिकारी के निर्देश पर लक्सर एसडीएम के नेतृत्व में शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा गांव में सुबह-शाम दवाइयों का छिडकाव करते हुए डेंगू संबंधित मच्छरों के लारवा को भी नष्ट किया जा रहा है। बसेडी गांव निवासी इकराम अंसारी, इस्लाम अंसारी व कादिर जैदी आदि ने उक्त मामले की जिलाधिकारी से शिकायत भी की थी।
लक्सर स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक डेंगू के कारण एक ग्रामीण की मौत की आशंका जताई जा रही है। हालांकि उसके दाह संस्कार हो जाने के कारण उसका आडिट करने की बात स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा कही गई है। तो वही अभी तक कुल 44 ऐसे संदिग्ध मामले रैपिड जांच में सामने आए है। जो बडी चुनौती के रूप में देखे जा रहे थे। जिनकी सकारात्मक रिपोर्ट आई है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल पुष्ट आंकडे पेश करने से बच रहा है। क्योकि अचानक एक ही गांव में डेंगू का आगमन स्वास्थ्य विभाग के दावों को ठेंगा दिखा रहा है।